23 May 2023
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'गजब बेइज्जती है...' पंचायत सीरीज में फुलेरा गांव के दामाद यानी आसिफ खान का मारा ये डायलॉग आजकल उनकी पहचान बना हुआ है.
लेकिन इस मंजिल तक पहुंचने के लिए उन्हें कई पापड़ बेलने पड़े थे. एक्टर हेल्पर का काम किया करते थे.
आसिफ ने HT से बातचीत में बताया कि उनके पिता गुजर चुके थे. सपोर्ट करने वाला कोई नहीं था, इसलिए गुजारा करने के लिए उन्हें छोटे मोटे काम करने पड़ते थे.
आसिफ बोले- मुंबई जैसे शहर में जिंदा रहने के लिए मैंने होटल में वेटर के तौर पर काम किया. कुछ महीने बाद मैं किचन डिपार्टमेंट में काम कर रहा था.
वहां एक पार्टी भी हुई, जो कि सैफ अली खान और करीना कपूर के शादी की रिसेप्शन की थी. वहां के मेन्यू पर मैंने काम किया था.
आसिफ ने बताया कि इसके बाद उन्होंने वो काम छोड़कर मॉल में भी जॉब की. इसी के साथ वो ऑडिशन देने लगे थे.
आसिफ के पिता नहीं हैं, तो उन्होंने अपनी मां को मनाया और उनसे कहा कि मैं एक्टर बनना चाहता हूं. मां ने भी बेटे का साथ दिया.
आसिफ ने जॉब करते हुए थियेटर जॉइन किया और कास्टिंग असिस्टेंट के तौर पर शुरुआत की. इसके बाद उन्हें टॉयलेट एक प्रेम कथा, परी, पगलैट जैसी फिल्में मिली.
आसिफ ने पंचायत के अलावा पाताल लोक, मिर्जापुर, सेक्शन 109, काकुड़ा, जामतारा, नूरानी चेहरा और इश्क चकल्लस जैसी कई वेब सीरीज की हैं.