'न वॉशरूम- न वैनिटी, 90s में खुले में बदलने पड़ते थे कपड़े', एक्ट्रेस बोली- पता नहीं था कौन देख रहा...

19 May 2024

Credit: Social Media

मधु 90 के दशक की पॉपुलर एक्ट्रेस हैं. उन्होंने अजय देवगन की फिल्म 'फूल और कांटे' से बॉलीवुड में कदम रखा था.

90s में कैसे होता था शूट?

 हालांकि, इंडस्ट्री में उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल पाया. करियर के पीक पर एक्ट्रेस ने 1999 में शादी रचा ली थी. शादी के बाद वो पति और बच्चों में बिजी हो गई थीं. 

श्वेता तिवारी 

लेकिन सालों बाद एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु की 'शाकुंतलम' में नजर आईं. उन्होंने फिल्मों में फिर से कमबैक किया है. मधु फिल्मों में अपनी सेकंड इनिंग को खूब एन्जॉय कर रही हैं. 

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मधु ने अब अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में बताया कि पहले और आज के सिनेमा में कितना अंतर आया है. एक्ट्रेस ने बताया कि पहले के टाइम पर एक्ट्रेस को शूटिंग के समय काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था.

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उस समय में बेसिक जरूरतें जैसे वॉशरूम्स, वैनिटी वैन्स नहीं होती थीं. कपड़े बदलने के लिए बेसिक सुविधा नहीं होती थी.  Indian Express संग बातचीत में एक्ट्रेस ने कहा- यही सच्चाई है.

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मुध बोलीं- वो सबसे मुश्किल वक्त था. मैं Kolachi में गुफाओं में बैठकर तमिल फिल्मों की शूटिंग कर रही थी. पहाड़ों और पेड़ों के नीचे बैठकर प्रकृति और उस सब का सामना करना, वह सबसे एंब्रेसिंग टाइम था. 

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उस गर्मी में जिस तरह के कपड़े पहनकर हम डांस करते थे. फिर उन कपड़ों को उतारते समय हमें ये भी पता नहीं होता था कि कौन देख रहा है. वो बहुत मुश्किल था. 

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मधु ने आगे बताया- लेकिन अब वैसा कुछ नहीं होता. अब आप कह सकते हैं कि आपको मेकअप वैन चाहिए या अपनी प्राइवेसी चाहिए. 

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एक्ट्रेस ने आगे बताया- एक समय ऐसा था, जब 1997 में मैं मणि रत्नम सर के साथ Iruvar फिल्म के लिए शूट कर रही थी. उस समय खाने के बाद ब्रेक टाइम में मैं चट्टानों पर ही सो गई थी.

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तभी मैंने किसी की आवाज सुनी और उस शख्स ने कहा- इतना कमाने का क्या फायदा है, जब इन्हें पत्थरों पर ही सोना पड़ता है. 

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लेकिन अब हमें ऐसी चीजों से नहीं गुजरना पड़ता. ये एक अच्छा बदलाव है. खासकर फीमेल एक्टर्स के लिए. पहले के दिन मुश्किल थे. 

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