16 JAN 2025
Credit: Instagram/X
बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर देर रात अचानक हुए हमले ने सिक्योरिटी पर बड़े सवालों को जन्म दे दिया है. मुंबई के बांद्रा जैसे इलाके में ऐसी वारदात का होना खौफनाक है.
बांद्रा में तमाम बड़ी हस्तियां रहती हैं. फिर सिक्योरिटी इतनी ढीली कैसे पड़ गई कि अज्ञात शख्स ने सैफ के घर में घुसकर उनपर चाकू से 6 बार वार कर दिया.
हालांकि फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे स्टार्स हैं जन्हें X+,Y+,Z की सिक्योरिटी मिली हुई है. क्या हैं इन सुरक्षा घेरों का फर्क और कौन हैं वो स्टार्स आपको बताते हैं.
X+ लेवल की सुरक्षा में 2 सुरक्षाकर्मी दिए जाते हैं, ये बेसिक लेवल की प्रोटेक्शन होती है. इसमें कमांडो शामिल नहीं होते हैं.
Y+ स्तरीय सुरक्षा में देश के वो VIP लोग आते हैं जिनको इसके तहत 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं. इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते हैं.
Z कैटेगरी में कमांडो समेत 22 सिक्योरिटी गार्ड्स होते हैं, जिनमें सभी मार्शल आर्ट एक्सपर्ट होते हैं और उनके पास एडवांस टेक्नोलॉजी के हथियार होते है, एक एस्कॉर्ट कार भी दी जाती है.
शाहरुख खान को सरकार से Y प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी मिली है. उन्हें जवान और पठान की सक्सेस के बाद जान से मारने की धमकी मिली थी.
सलमान खान को लगातार लॉरेंस बिश्नोई गैंग से लाइफ थ्रेट्स मिलते हैं, उनके पास Y+ सिक्योरिटी है, उनके घर को भी बुलेट प्रूफ कराया गया है.
कंगना रनौत को 2020 में Y प्लस सिक्योरिटी दी गई थी, जब उनका एमपी संजय राउत पब्लिक क्लैश हुआ था. उन्हें कई बार धमकियां मिल चुकी हैं.
अमिताभ बच्चन धमकियों से बच नहीं पाए हैं, सदी के महानायक की सिक्योरिटी को 2022 में X से Y प्लस की गई थी. लेकिन असल वजह क्या थी इसका खुलासा नहीं किया गया था.
दीपिका पादुकोण को भी उनकी पॉपुलैरिटी को देखते हुए Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है. उन्हें कर्णी सेना से धमकी मिली थी, वो कई बार ऑनलाइन मिलने वाली धमकियों का सामना कर चुकी हैं.
अक्षय कुमार को उनकी पॉपुलैरिटी को देखते हुए Y+ सिक्योरिटी दी गई है. कई बार उनके पब्लिक अपीयरेंस के दौरान भगदड़ मची है, इसे देखते हुए सरकार ने उन्हें सुरक्षा दी है.
अनुपम खेर को 'द कश्मीर फाइल्स' की रिलीज के बाद X प्लस सिक्योरिटी दी गई थी. फिल्म पर काफी विवाद हुआ जिससे एक्टर को खतरा बताया गया था.
वहीं द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को Y प्लस सिक्योरिटी दी गई., वो ऑनलाइन थ्रेट्स का शिकार हुए थे, जिसे देखते हुए सरकार ने उन्हें सुरक्षा दी.