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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर रहे समीर वानखेड़े विवादों में हैं. उनपर पैसों की आड़ में आर्यन खान को जबरन ड्रग्स केस में फंसाने का आरोप है.
शाहरुख ने समीर वानखेड़े से क्या कहा?
जब आर्यन इस केस की वजह से जेल में थे, तब शाहरुख खान और समीर वानखेड़े के बीच व्हाट्सएप पर बातचीत हुई थी. दोनों के बीच क्या बात हुई उस चैट का अब खुलासा हुआ है.
समीर वानखेड़े का दावा है व्हाट्सएप चैट में शाहरुख ने लिखा- मैं पूरी कोशिश करूंगा कि आर्यन खान ऐसा इंसान बनेगा जिसपर आपको और मुझे गर्व होगा. ये घटना उसकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट साबित होगी.
इसका मैं आपको भरोसा दिलाता हूं. हमें ईमानदार और मेहनती युवाओं की जरूरत है जो देश को आगे लेकर जा सकें. आपने और मैंने अपनी जिम्मेदारी निभा दी है जिसे आगे की जनरेशन फॉलो करेगी.
मैं आपसे भीख मांगता हूं कि उसे जेल में मत रहने दीजिए. ये छुट्टियां आएंगी और वो एक इंसान के तौर पर टूट जाएगा. उसकी रूह तबाह हो जाएगी. आपने वादा किया था कि आप मेरे बच्चे को सुधारोगे.
उसे ऐसी जगह पर नहीं भेजोगे जहां से वो पूरी तरह टूटकर और बिखरकर वापस आए. उसकी इसमें कोई गलती नहीं है. एक अच्छे इंसान के तौर पर आप उसके साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं, वो भी उन स्वार्थी लोगों के लिए.
मैं वादा करता हूं कि मैं उन लोगों के पास जाऊंगा और उनसे भीख मांगूगा कि आपके सामने और कुछ ना कहें. मैं अपनी पावर में जो हो सकता है करूंगा. लेकिन प्लीज मेरे बेटे को घर भेज दो. आप जानते हो कि उसके साथ ये बहुत ज्यादा हो गया है.
मैं उनसे कहता हूं कि वो आपको कॉल करें. मैं वादा करता हूं कि मैं इसे अपने से फॉलो करूंगा. प्लीज आज थोड़ा दयाभाव दिखाओ. भगवान आपका भला करे. आज हमारा दिल मत तोड़ो यार.
बाहर के किसी भी इंसान को पिता की फीलिंग पर अपना असर डालने की इजाजत नहीं है. मैं एक नम्र और दयालु इंसान हूं समीर. प्लीज मेरा विश्वास खुद में और सिस्टम में मत तोड़ो. प्लीज इससे हमारा परिवार टूट जाएगा.
प्लीज उसके साथ थोड़ा नरम रहें और मेरे बेटे को घर आने दें. इससे ज्यादा मैं आपसे कुछ नहीं कह सकता. इस पूरे मामले में आपने मेरा बर्ताव देखा होगा. आपने जो भी किया, मैं कभी उसके खिलाफ नहीं गया.
आपने जब कहा कि आप आर्यन को एक बेहतर इंसान बनाना चाहते हैं. मैंने इस बात पर यकीन किया. जांच के दौरान मैंने किसी तरह से बेटे की मदद नहीं की. ना प्रेस में गया, ना ही मीडिया में कुछ कहा.
प्लीज मुझे कॉल कीजिए मैं एक पिता की तरह आपसे बात करूंगा. किसी दूसरी तरह से नहीं और आप सुन सकते हैं कि मैं जो कुछ भी कह रहा हूं उसका एक-एक शब्द मानूंगा.
मैं आपके सामने एक पिता के नाते यह सब कह रहा हूं. अपने हित के लिए मेरे बेटे को न घेरा जाए. उसपर गलत आरोप न लगाएं जाएं. मेरे बेटे को उस चीज की सजा न दी जाए जो उसने किया भी नहीं है.
आपसे भीख मांगता हूं. हम लोगों के लिए यह बहुत बड़ी बात है. मेरे परिवार और बेटे को इन सबमें जानबूझकर फंसाया जा रहा है. मैं हर किसी से बात करने से बच रहा हूं.