सुपरस्टार पिता की वजह से नहीं मिली फिल्में, झेला रिजेक्शन, कैसे 'कल्कि' एक्टर बना बंगाली स्टार

29 JUNE

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कल्कि एडी 2898 फिल्म रिलीज हो चुकी है और सिनेमाघरों में खूब धूम मचा रही है. वहीं फैंस के बीच छा रहे हैं इसके विलेन शाश्वत चटर्जी.

'बॉब बिस्वास' है 'कल्कि' का विलेन

हालांकि शाश्वत चटर्जी फिल्म में मेन विलेन नहीं हैं, लेकिन उनका स्क्रीन टाइम कमल हासन और दीपिका पादुकोण से कम भी नहीं है. 

शाश्वत को आपने विद्या बालन स्टारर कहानी में सीरियल किलर के रोल में देखा होगा. हिंदी सिनेमा में उनकी पहचान वहीं से बनी है. 

लेकिन शाश्वत बंगाली सिनेमा के अंडर रेटेड स्टार हैं. वो नामचीन बंगाली एक्टर शुभेंदु चटर्जी के बेटे हैं. बावजूद इसके उनकी अपनी स्ट्रगल स्टोरी रही है.

शाश्वत ने TOI को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उनपर डायरेक्टर्स ने कभी फिल्मों की बौछार नहीं की, क्योंकि वो शुभेंदु के बेटे हैं. मुझे अड़चन से खुद ही निपटना पड़ा था. 

इंडस्ट्री में अपने पैर जमाने के लिए मेहनत की है. ये गलत है कि स्टारकिड को आसानी से काम मिल जाता है. उन्हें भी अपना टैलेंट प्रूव करना पड़ता है. 

मेरा हर कदम पर मेरे बाबा से कम्पैरिजन होता है. उनका प्रेजेंस बेहद मैजिकल था, मैं जीरो हूं उनके सामने. मेरे पास लुक्स भी नहीं है बाबा जैसे.

मेरी कालपुरुष सीरियल से पहचान बनी. मैं बाबा को बहुत मिस करता हूं, काश आज वो होते तो देख पाते जो भी थोड़ा बहुत मैंने अचीव किया है. 

शाश्वत ने कई फेमस बंगाली फिल्मों में काम किया है, जिनमें ब्योमकेश बक्शी, मोनचुरी, प्रक्तान, हेमांता शामिल है.