व्रत में कुट्टू का सेवन किया जाता है. यह बकवीट के पौधे से बनता है. इसीलिए इसे अन्न या मोटे अनाज में शामिल नहीं किया जाता है.
बाजार में कुट्टे का आटा पंसारी की दुकान पर मिल जाता है, लेकिन मार्केट में मिलने वाली चीज पूरी तरह शुद्ध हो इसकी कोई गारंटी नहीं है.
कुट्टू के आटे में भी कई तरह की मिलावट हो सकती है, जो सेहत के लिए हानिकारक है. बेहतर है कि असली और नकली कुट्टू के आटे की पहचान कर लें.
आइए जानते हैं असली और मिलावटी कुट्टू के आटे में अंतर कैसे पहचाना जाए-
कुट्टू का रंग आपको असलियत का पता बता देगा. अगर आटे का रंग भूरा है तो मतलब कुट्टू का आटा असली है.
अगर आटे का रंग बहुत ज्यादा हल्का लगे तो इसे लेने से बचें.
मिलावटी आटे की पहचान करने के लिए आप 1 चम्मच कुट्ट् के आटे को 1 गिलास पानी में डालकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें.
कुट्टू के आटे में किसी भी तरह की मिलावट होगी तो वह पानी में तैरने लगेगा और असली होगा तो आटा तुरंत नीचे बैठ जाएगा.