क्या काले धब्बे वाले केले खाना सुरक्षित है? जानें इस सवाल का जवाब

29 JAN 2025

केला एक ऐसा फल है जो काफी फायदेमंद है. यह हर मौसम में उपलब्ध होता है और भारत के हर हिस्से में पाया जाता है. 

केले में विटामिन ए, सी, विटामिन बी6, पोटैशियम, सोडियम, आयरन और विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट व फाइटोन्यूट्रीएंट्स पाए जाते हैं.

केला कार्बोहाइड्रेट का भी काफी अच्छा सोर्स है. इसे खाने से डायबिटीज कंट्रोल हो सकती है, इम्यूनिटी को बढ़ा सकता है, हड्डियों को मजबूत बना सकता है, किडनी को फायदा पहुंचाए. आदि.

लेकिन आपने सुना ही होगा कि जब केला पक गया हो तो उसे नहीं खाना चाहिए क्योंकि वो नुकसान पहुंचा सकता है. 

तो क्या ये बात सही है? क्या केले के छिलके पर काले और भूरे रंग के धब्बे आने का मतलब है कि केला खराब हो गया है? आइए इसकी सच्चाई जानते हैं. 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि केले के छिलके पर काले धब्बे केला खराब होने का नहीं बल्कि इसके पकने का संकेत होते हैं.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट 

केले पर काले धब्बे TNF यानि कि Tumor necrosis factor बताते हैं. TNF Cancer से लड़ने वाला पदार्थ है. केले के छिलके पर जितने अधिक काले धब्बे दिखे, उतना ही अधिक TNF होगा.

पके हुए केले में ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यूनिटी के लिए अच्छा है. पका केला हाई बीपी से जूझ रहे रोगों के लिए बहुत अच्छा होता है. ये हार्ट हेल्थ के लिए भी अच्छा है. पका केला डाइजेशन में भी मदद करता है.

नेचुरल एंटी एसिड होने के कारण ये एसिडिटी में फायदेमंद होता है. सीने की जलन से तुरंत राहत दिलाने में भी मदद करता है.