गर्मी के मौसम में आम एक ऐसा फल है जिसे खूब खाया जाता है. ऐसे में इसके केमिकल से पके होने की संभावना बढ़ जाती है.
इन आमों को खाने से सेहत को भारी नुकसान हो सकता है.
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि जिन आमों को आप बाजार से खरीद कर ला रहे हैं, वह नेचुरली पकाए गए हैं या नहीं.
आमों को पानी की बाल्टी में डालें और देखें कि कौन से डूब रहे हैं और कौन से पानी की सतह पर हैं.
अगर आम बाल्टी की पानी में डूब जाता है तो समझ जाएं कि उसे नेचुरली पकाया गया है.
वहीं, पानी के ऊपर तैर रहे आमों का मतलब है कि उन्हें आर्टिफिशियल रूप से पकाया गया है.
अगर आम केमिकली पकाया गया है तो इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं. ऐसे आम को खाते ही मुंह में जलन सी महसूस होती है.
आम खाने के लिए जब आप उसे काटें और देखें कि पका होने के बावजूद उसमें से रस नहीं टपक रहा तो समझ जाएं कि वह आर्टिफिशियल तरीके से पका है.
प्राकृतिक रूप से पके आमों में मीठी महक महसूस होती है. वहीं, केमिकल से पकाए गए आमों में केमिकल जैसी ही महक आती है.
पानी की बाल्टी में थोड़ा बेकिंग सोडा डालें फिर उसमें आम को डुबो दें.
20-30 मिनट बाद आम को निकालने पर अगर उसका कलर बदलता है तो जान लें केमिकल के जरिए इसे पकाया गया है.