26 Dec 2024
अक्सर महिलाएं अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन करती हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बर्थ कंट्रोल पिल्स मानसिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है या नहीं. आइए जानते हैं.
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दरअसल, बर्थ कंट्रोल पिल्स यानी गर्भ निरोधक गोलियों में सिंथेटिक हार्मोन्स जिन्हें एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टिन कहते हैं पाए जाते हैं. ये महिलाओं के अंडाशय में ओव्यूलेशन के प्रोसेस को रोकते हैं. इस तरह से महिलाओं की प्रेग्नेंसी रुक जाती है.
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अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने के कारण कुछ महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण देखने को मिले थे, जिसके बाद उन्हें एंटीडिप्रेसेंट देना पड़ा था.
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मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, बर्थ कंट्रोल पिल्स का डिप्रेशन से कोई कनेक्शन नहीं है. लेकिन कुछ महिलाओं में गर्भ निरोधक गोलियां लेने से हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते हैं, जिसकी वजह से वे डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं.
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चिकित्सकों के अनुसार, वैसे तो गर्भ निरोधक गोलियां सेफ होती हैं, लेकिन इन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं खाना चाहिए क्योंकि हर व्यक्ति की हेल्थ कंडीशन अलग होती है.
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