हल्दी खाने को ना सिर्फ एक अच्छा कलर देती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती है. आयुर्वेद में भी हल्दी के कई फायदों के बारे में बताया गया है. हल्दी का इस्तेमाल दवाइयों में भी किया जाता है.
हल्दी में करक्यूमिन नाम का कंपाउंड पाया जाता है, जिससे इंफेक्शन, कैंसर, यूटीआई, पाचन संबंधी समस्याओं आदि से छुटकारा मिलता है.
हल्दी का सेवन एक सीमित मात्रा में करने से यह फायदा पहुंचाती है लेकिन इसका सेवन ज्यादा करने से कई तरह के नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं.
हल्दी में करक्यूमिन और बाकी एल्कलॉइड होते हैं जिस वजह से इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए. अगर हल्दी का सेवन ज्यादा किया जाए तो यह टॉक्सिक हो सकता है. ऐसे में रोजाना सिर्फ 5 से 10 ग्राम हल्दी का ही सेवन करना चाहिए.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब आप सीमित मात्रा से ज्यादा हल्दी का सेवन करते हैं तो शरीर हल्दी को अस्वीकार कर देता है और यह विषाक्त हो सकती है. इसे या तो सीमित मात्रा में लें या फिर कच्ची हल्दी का इस्तेमाल करें.
हल्दी में एंटीबायोटिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. इसका सेवन रोजाना करने से इंफ्लेमेशन और मोटापे की समस्या दूर होती है. साथ ही इंसुलिन सेंसिटिविटी की समस्या भी दूर होती है.
डायबिटीज के मरीजों और पित्त दोष से पीड़ित लोगों को हल्दी का सेवन ध्यान से करना चाहिए.
वजन कम करने के लिए भी हल्दी काफी फायदेमंद मानी जाती है. लेकिन अगर आप पहले से ही अंडरवेट हैं, साथ ही आपको कब्ज और ड्राई स्किन की समस्या रहती है तो आपको इसका सेवन ना के बराबर करना चाहिए.
यह एक सामान्य जानकारी है. किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.