बालों का टूटना एक नेचुरल प्रोसेस होता है लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में बाल झड़ना नॉर्मल नहीं माना जाता.
प्रदूषण, धूल, गलत खान-पान, खराब लाइफस्टाइल, कैमिकल वाले प्रोडक्ट का अधिक प्रयोग, तनाव आदि हेयर फॉल का मुख्य कारण हो सकते हैं.
इनसे बालों का झड़ना, रूसी, दोमुंहे बाल और अनहेल्दी बाल जैसी समस्याएं हो सकती हैं. आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियों के बारे में बताया गया है जिससे बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज पाई जाती है. इससे स्कैल्प में खुजली, सफेद बालों की समस्या दूर होती है. इससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन सही होता है और नए बाल उगते हैं.
इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो बालों का झड़ना कम करता है. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते, इससे डैंड्रफ कम होने के साथ ही स्कैल्प से संबंधित समस्याएं नहीं होती.
ब्राह्मी की पत्तियां बालों के झड़ने को कम करने और बालों के विकास में सुधार करती हैं. ब्राह्मी स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है. इससे बालों की ग्रोथ में सुधार होता है.
आंवला में विटामिन C पाया जाता है. यह स्कैल्प से गंदगी को हटाने में मदद करता है. साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर बालों को टूटने से बचाता है.
यह बालों के लिए काफी सही मानी जाती है. इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो बालों के विकास के लिए फायदेमंद होते हैं. यह बालों की जड़ों को मजबूती प्रदान करती है.
बालों में मेथी का तेल लगाने से सर्कुलेशन बढ़ता है और स्कैल्प की समस्या कम होती है. यह बालों के रोमछिद्रों को मजबूत बनाकर, बालों को झड़ने और पतला होने से रोकता है.
बालों के लिए मंजिष्ठा बहुत खास मानी जाती है. इससे बाल झड़ने और सफेद होने की समस्या दूर होती है. इसमें प्राकृतिक कलर होता है जिसका इस्तेमाल बालों को रंगने के लिए किया जाता है.