सर्दियों का मौसम आते ही कुछ लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती है. एकदम से ठंड बढ़ने का असर हमारे दिमाग और शरीर दोनों पर दिखाई देने लगता है.
अस्थमा, आर्थराइटिस हाई ब्लड शुगर और होंठ फटने या रूखी त्वचा से परेशान लोगों के लिए यह मौसम किसी मुसीबत से कम नहीं होता है.
यहां हम उन बीमारियों के बारे में बता रहे हैं, जो ठंड के मौसम में अचानक से उभर कर सामने आ जाती हैं.
ज्यादा ठंडा या गर्म तापमान होने पर शरीर से कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होने लगते हैं. इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है.
डायबिटीज के रोगियों को इस मौसम में कम से कम एक बार खून में शुगर लेवल की जांच जरूर करानी चाहिए.
सर्दियों में शुष्क मौसम बॉडी में डीहाइड्रेशन को ट्रिगर कर सकता है. डिहाइड्रेशन से माइग्रेन का जोखिम भी काफी बढ़ जाता है.
इस मौैसम में ब्लड फ्लो और सर्कुलेशन भी काफी कम हो जाता है. ऐसे में शरीर की मांसपेसियां सख्त हो जाती हैं.
सर्दियों में अक्सर लोगों को हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या सताने लगती है. आर्थराइटिस के मरीजों में ये दिक्कत ज्यादा देखी जाती है.
ठंड में कैंसर और स्नो ब्लाइंडनेस का खतरा काफी बढ़ जाता है. इसलिए एक्सपर्ट ड्राइविंग के दौरान यूवी ब्लॉकिंग सनग्लास पहनने की भी सलाह देते हैं.
ठंडी हवाएं ओरल सेंसटिविटी को ट्रिगर करती हैं. खासतौर से अगर आपको दांत से जुड़ी कोई समस्या है तो आपके लिए परेशानियां खड़ी हो सकती हैं.
ठंड का मौसम ना सिर्फ आपकी होंठ और त्वचा पर बुरा असर डालता है, बल्कि आपको बीमार भी करता है.