सर्दियों के दौरान प्रदूषण की समस्या और भी भयानक रूप ले लेती है.
सर्दियों के दौरान हवा में स्मॉग बढ़ने लगता है, इससे लोगों के बीच सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाती है.
जिन मरीजों में अस्थमा या फिर कोई ब्रीदिंग एलर्जी है, प्रदूषण की वजह से उनकी समस्या और बढ़ जाती है.
हर साल दिवाली के दौरान प्रदूषण का स्तर अपने चरम पर पहुंच जाता है.
अमेरिकी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ NIH ने अपनी रिपोर्ट में प्रदूषण से बचने के कुछ तरीके बताए हैं.
NIH का दावा है कि गर्म दोपहर में प्रदूषण की डेंसिटी बहुत ज्यादा होती है और ऐसे में सांस फूलने की समस्या भी बढ़ सकती है.
अगर आपके इलाके का AQI बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है तो आपकी ज्यादातर एक्टिविटीज ऐसी होनी चाहिए, जिसमे गहरी सांस ना लेनी पड़े.
घर पर एयर प्यूरिफाइंग प्लांट्स लगाएं और धुएं-स्मॉग को अपने घर में आने ना दें.
इस दौरान मोमबत्ती, अगरबत्ती, लकड़ी की आग, कोयला आदि घर में जलाने से बचें.
ब्रीदिंग की समस्या डस्ट पार्टिकल्स से और भी ज्यादा गहरी हो जाती है. इसलिए अपने घर में डस्टिंग या झाड़ू लगाने से बचें.
इसके अलावा सांस के मरीज अपने पास इन्हेलर और एक ब्रीदिंग बैग जरूर रखें.