कभी भी छींक को नहीं रोकना चाहिए. जब हम छींकते हैं तो उसके जरिए नाक में घुसी गंदगी बाहर आ जाती है.
अमेरिकन जर्नल ऑफ ओटोलर्यनोलोजी के अनुसार, छींक रोकने से कान और साइनस की दिक्कत हो सकती है.
अगर तेज प्यास लगी है तो तुरंत पानी पीना बेहतर है. प्यास को रोकने से शरीर में डिहाइड्रेशन की परेशानी हो सकती है.
अगर भूख लगी है तो तुरंत खा लीजिए. भूख को कभी भी इग्नोर नहीं करना चाहिए. इससे शरीर पर गलत असर पड़ता है.
कभी भी नींद को भी नहीं रोकना चाहिए. अगर आपको नींद आ रही है तो जबरन उठने के बजाय सो लेना ही बेहतर है.
दरअसल, शरीर को रेस्ट की जरूरत होती है. सोने से शरीर से टॉक्सिंस बाहर आते हैं, जिससे बॉडी रिफ्रेश हो जाती है.
कभी कभार वाली खांसी को भी कभी नहीं रोकना चाहिए. अगर लंबे समय से आ रही है तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें.
पेशाब अगर आ रहा है तो उसे कभी नहीं रोकना चाहिए. इससे आपके शरीर पर खराब असर पड़ सकता है.
अगर शरीर से संकेत मिलने के बावजूद मल त्यागने की बजाय उसे रोक रहे हैं तो यह भी आपके पेट के लिए मुसीबत बन सकता है.