फैटी लिवर डिसीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें लिवर की कोशिकाओं में बहुत ज्यादा फैट जमा हो जाता है.
इस बीमारी की वजह से लिवर सही तरीके से काम नहीं कर पाता और कई समस्याएं होने लगती हैं.
हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल, डायबिटीज, स्लीप एपनिया, अंडरएक्टिव थाइरॉयड की वजह से भी फैटी लिवर डिसीज होता है.
जिन लोगों वजन बहुत ज्यादा बढ़ा होता है उनमें भी फैटी लिवर का खतरा बढ़ जाता है.
ये डिसीज कंट्रोल ना होने पर लिवर में काफी सूजन आ जाती है.
नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक फैटी लिवर डिसीज में पसलियों के नीचे दर्द महसूस होता है.
इसकी वजह से बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है और कमजोरी लगती है.
फैटी लिवर डिसीज होने पर जरूरत से ज्यादा वजन कम होने लगता है.
लिवर को जब सालों से नुकसान पहुंच रहा हो तो वह सिरोसिस में बदल जाता है.
फैटी लिवर डिसीज से बचाव के लिए लोगों को वजन घटाने की कोशिश करनी चाहिए.
एरोबिक एक्सरसाइज या हल्की वेट ट्रेनिंग से भी लिवर की सेहत को फायदा होता है.
डायबिटीज कंट्रोल में रखना चाहिए और कॉलेस्ट्रोल लेवल को भी घटाने की कोशिश करनी चाहिए.