17 Feb 2024
डर एक ऐसा भाव है जिसे हर किसी ने कभी ना कभी तो जरूर महसूस किया होगा.
लोगों को अलग-अलग चीजों से डर लगता है. कोई पानी से डरता है, कोई ऊंचाई से तो कोई भीड़ से.
जी हां, कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें भीड़ वाली जगहों पर जाने से डर लगता है, घबराहट होती है.
अगर ये डर कंट्रोल से बाहर है तो मुमकिन है कि आप एक तरह के एंग्जायटी डिसऑर्डर से गुजर रहे हैं.
इस एंग्जायटी डिसऑर्डर का नाम है एगोराफोबिया. इस डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों को आमतौर पर भीड़ भरे सार्वजनिक स्थलों, जैसे शॉपिंग मॉल, पार्टी, सिनेमा हॉल या रेलवे स्टेशन जैसी जगहों पर जाते हुए घबराहट होती है.
भीड़ वाली जगहों पर गला सूखना, दिल की धडकन और सांसों की गति बढना, ज्यादा पसीना निकलना और हाथ-पैर ठंडे पडना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं.
यह भय कई बार बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, इतना कि व्यक्ति को पैनिक अटैक भी आ सकते हैं.
अगर सही समय पर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह अकेलापन उनमें किसी बड़ी मानसिक बीमारी जैसे डिप्रेशन, सोशल एंग्जायटी, या पैनिक अटैक का कारण बन जाता है.