खून बढ़ाने का टॉनिक है ये चीज, आचार्य बालकृष्ण ने बताए 3 जबरदस्त फायदे

07 October 2024

आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियों के बारे में बताया गया है. जिनमें से एक गिलोय भी है. गिलोय का सेवन करने से सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं.

गिलोय

गिलोय कई रोगों को दूर करने में काफी फायदेमंद साबित होती है. आयुर्वेद में इसे दिव्य औषधि के नाम से जाना जाता है.

गिलोय के आयुर्वेदिक उपाय

कैंसर जैसे असाध्य रोग में गिलोय का प्रयोग बहुत ही लाभकारी होता है. कैंसर रोगी को गिलोय और अंकुरित गेहूं का रस निकालकर पिलाना काफी फायदेमंद साबित होता है.

गिलोय और अंकुरित गेहूं के जवारे में 5 से 7 पत्ते तुलसी और 4 से 5 पत्तियां नीम की मिला दें. इसका सेवन करने से जिन्हें बार-बार खून चढ़ाना पड़ता है, उनको काफी लाभ मिलता है.

रोजाना एक इंच गिलोय को कूटकर एक गिलास पानी में डालकर और फिर अच्छे से छानकर उस पानी को पीने से रक्त संबंधी विकार नहीं होगा, बॉडी के सारे टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं और कभी बुखार का सामना नहीं करना पड़ेगा.

रोज सुबह गिलोय चबाने से मुख की शुद्धि होती है और पेट की समस्याएं दूर हो जाती हैं.

गिलोय की पत्त‍ियां पान के पत्ते की तरह होती हैं. इसकी पत्तियों में कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है.  इसके अलावा इसके तनों में स्टार्च की भी अच्छी मात्रा होती है. ये एक बेहतरीन पावर ड्रिंक है, जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ-साथ कई खतरनाक बीमारियों से सुरक्षा करता है.

पीलिया के मरीजों के लिए भी गिलोय के पत्ते को फायदेमंद माना जाता है. कुछ लोग इसे चूर्ण के रूप में लेते हैं तो कुछ इसकी पत्त‍ियों को पानी में उबालकर पीते हैं. अगर आप चाहे तो गिलोय की पत्त‍ियों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं.

हाथ-पैरों में जलन या स्किन एलर्जी से परेशान लोग भी इसे डाइट में शामिल कर सकते हैं. ऐसे लोगों के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद है. गिलोय की पत्तियों को को पीसकर उसका पेस्ट तैयार कर लें और उसे सुबह-शाम पैरों पर और हथेलियों पर लगाएं.

यह एक सामान्य जानकारी है. किसी भी चीज को डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.