18 Oct 2024
Credit: Freepik
हर रंग में कोई न कोई मतलब छिपा हुआ होता है, जैसे सफ़ेद रंग को शांति और पीले रंग को खुशी का प्रतीक माना गया है. साइकोलॉजी की माने तो ये अलग-अलग रंग आपके मूड और रिश्तों पर गहरा असर डाल सकते हैं.
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साइकोलॉजी के हिसाब से आज हम जानेंगे कि दुनिया में मौजूद अलग-अलग रंग आपके रिलेशन और मूड को कैसे प्रभावित कर सकते हैं.
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यह रंग प्यार और जुनून का प्रतीक होता है. इसके प्रयोग से व्यक्ति एंबिशियस और कॉन्फिडेंट फील करता है, लेकिन ये कलर हमारे इमोशन को भी दर्शाता है, जैसे गुस्सा.
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ये रंग खुशी, ऊर्जा और आशा का प्रतीक माना जाता है. स्कूल और कॉलेज में इस रंग का प्रयोग सीखने के माहौल को बढ़ाने में किया जाता है, लेकिन इस रंग के ज्यादा प्रयोग से व्यक्ति को घबराहट या बेचैनी हो सकती है.
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ये रंग शांति और भरोसे का प्रतीक है, जिसे अक्सर आसमान और पानी से जोड़ा जाता है. नीला रंग कई शेड्स में आता है, जैसे आसमानी नीला, गहरा नीला और सागर का नीला. इस कलर के प्रयोग से रिश्तों में गहराइयां बनी रहती हैं.
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ये रंग रहस्यमयता और शक्ति का प्रतीक होता है. यह एलिगेंस और ताकत को दर्शाता है, इस रंग की गहराई लोगों को आकर्षित करती है और व्यक्ति को एक खास पहचान देती है.
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इस रंग को अक्सर साफ-सफाई और शांति से जोड़ा जाता है, यह प्योरिटी और सरलता का प्रतीक है, जो हमारे विचारों में स्पष्टता लाता है और रिश्तों में मजबूती बढ़ाता है.
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ये रंग विकास और शांति का प्रतीक होता है. यह आपको शांत, संतुलित और फ्रेश रहने में मदद करता है. यह रंग प्रकृति से जुड़ा हुआ होता है, जिससे आपको पॉजिटिव वाइब्स मिलती हैं.
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