28 August 2024
Credit: Freepik
हमारी जिंदगी में जब बहुत चल रहा होता है तो दिमाग भी जरूरत से ज्यादा एक्टिव हो जाता है. ये नेगेटिव या पॉजिटिव दोनों अवस्था में हो सकता है. दोनों ही तरह के विचार दिमाग को जरूरत से ज्यादा एक्टिव कर सकते हैं.
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हो सकता है, पूरे दिन में आपके साथ कुछ ऐसा बुरा बर्ताव या घटना हुई हो, जिसे आप भुला नहीं पा रहे या फिर कुछ इतना अच्छा हुआ हो दिमाग ओवर एक्साइटेड हो.
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दिमाग के ओवरएक्टिव होने की कई वजह हो सकती हैं, जिसमें तनाव भी शामिल हैं. इस ओवरएक्टिव से पहले नींद प्रभावित होती है और फिर अगला पूरा दिन. फिर ये रूटीन बन जाता है. आइये इसे कंट्रोल करने के टिप्स जानते हैं.
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बॉडी को स्ट्रैस से दूर करें. एक सपाट जगह पर लेट जाएं और बॉडी को ढीला छोड़ दें और गहरी सांस लें. इससे दिमाग शांत होगा और नींद आएगी.
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तय समय पर सोने की आदत डालें. टाइम होते ही बिस्तर पर लेट जाएं. इससे आपको समय पर नींद आने लगेगी.
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अगर दिमाग में बहुत कुछ चल रहा है तो सोने से पहले उन्हें लिखने की आदत डालें. इससे दिमाग को सुकून मिलेगा और नींद आएगी.
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सोने से पहले स्क्रीन टाइम को कम करें. सोने से एक घंटे पहले किसी डिवाइस का इस्तेमाल न करें. स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन में कमी करती है, जिससे नींद गायब होती है.
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अगर फिर भी नींद नहीं आ रही है और स्थिति बिगड़ रही है तो एक्सपर्ट की सलाह जरूरी है क्योंकि ये आपकी मानसिक व शारीरिक दोनों स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है.
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