आजकल के भागदौड़ भरे लाइफस्टाइल में तनाव या एंग्जाइटी होना आम बात है.
नियमित व्यायाम करें तो इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है.
जब तनाव अपने चरम और घातक अवस्था में हो, तब भी एक्सरसाइज करना किसी जादू सा असर करता है.
ये सभी बातें 'जर्नल ऑफ अफैक्टिव डिसऑडर' में प्रकाशित हुई हैं.
स्वीडन की गोथनबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं अपनी स्टडी में पाया कि जो नियमित व्यायाम करते हैं, उनके अंदर तनाव का स्तर कम पाया गया.
स्टडी में ये भी पाया गया कि जो लोग बिल्कुल भी व्यायाम नहीं करते हैं, उनमें तनाव का स्तर बेहद ज्यादा पाया गया.
शोध के दौरान ज्यादा तनाव वाले लोगों को कम से मीडियम लेवल की एक्सरसाइज कराई गई.
12 हफ्ते के इलाज में प्रतिभागी मरीजों में कसरत के बाद काफी सकारात्मक अंतर देखने को मिला.
आपको बता दें कि चिंता यानी एंग्जाइटी किसी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि ये आपकी परेशानी और भी बढ़ा सकती है.
चिंता की स्थिति में व्यक्ति की सांस लेने की प्रवृत्ति बदल जाती है, जिससे बेचैनी और भी बढ़ जाती है.