शराब पीने की सही लिमिट क्या है? इस सवाल पर अक्सर बहस होती रहती है. कोई कहता है कम शराब ज्यादा हानिकारक नहीं होती है, तो कोई बिना किसी लिमिट के शराब पीता है.
ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी ने एक स्टडी की है, जिसमें शराब पीने के दिमाग पर होने वाले असर का पता लगाया है. इस स्टडी में 25 हज़ार लोगों पर रिसर्च की गई है.
स्टडी में पाया गया है कि कोई व्यक्ति अगर शराब पीता है, तो उसका काफी असर होता है. खासकर दिमाग के ग्रे हिस्से में, जो सेंसर एक्टिविटी को कंट्रोल करता है.
स्टडी में ये भी बताया गया है कि आप कितनी शराब और कौन-सी शराब पीते हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता है.
किसी भी तरह की शराब पीना दिमाग के ग्रे हिस्से के लिए सेफ नहीं है, ना ही शराब की कोई नियमित मात्रा सेफ पाई गई है.
अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत है या शराब की बुरी लत है, तो उनपर ये असर ज्यादा देखने को मिल सकता है.
साल 2016 में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, 15 से 49 साल के बीच होने वाले प्री-मैच्योर मौत के पीछे शराब एक कारण रहा है.
यूनिवर्सिटी की स्टडी कहती है कि सिर्फ दिमाग ही नहीं, बल्कि शराब का सेवन कई तरह से इंसान के शरीर पर अपना असर छोड़ता है.