आंतों में खराबी का असर हमारे पूरे शरीर पर पड़ता है. अनियमित लाइफस्टाइल और खान-पान कई बार आंतों के लिए समस्या बन जाता है.
बहुत से लोग इसके लक्षणों को नजरअंदाज कर देतै हैं और हमारी यही गलती डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं का कारण बन जाती है.
एक्सपर्ट ने बताया कि शरीर में दिखने वाले कुछ वॉर्निंग साइन से आंतों की सेहत का अंदाजा लगाया जा सकता है.
खराब बैक्टीरिया का अनुपात बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो हमारी पाचन क्रिया सामान्य नहीं रहती है. नतीजतन पेट में गैस या एसिडिटी की तकलीफ बढ़ जाती है.
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि पौष्टिक भोजन को अच्छी तरह चबाकर खाना पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद होता है.
हमारी डाइजेस्टिव हेल्थ और लो मूड या डिप्रेशन का सेहत से मजबूत संबंध होता है.
अगर आपकी डाइजेस्टिव वॉल में परेशानी हो रही है तो यह खराब कॉन्संट्रेशन या मानसिक अवसाद जैसी दिक्कतों को भी ट्रिगर कर सकता है.
आंतों से जुड़ी किसी प्रकार की दिक्कत जैसे कि इनफ्लेमेशन, आंत में छेद या डाइजेशन की समस्या का असर सबसे पहले हमारी त्वचा पर दिखाई देता है.
हमारी हेल्दी ग्लोइंग स्किन आंतों की अच्छी हेल्थ या हमारे हेल्दी लाइफस्टाइल का ही परिणाम होती हैं.