दवा से कम नहीं है भगवान श्रीकृष्ण को चढ़ने वाली ये चीज, फायदे जान चौंक जाएंगे आप

26 August 2024

आज पूरे भारत वर्ष में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है. जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की पूजा की जाती है.

पंचामृत

 जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को 56 भोग लगाए जाते हैं. इनमें से सबसे जरूरी चीज पंचामृत है. पंचामृत को ईश्वर के चरणों में रखा जाता है जिसके बाद यह चरणामृत बन जाता है.

पंचामृत के फायदे

 चरणामृत का धार्मिक महत्व होने के साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी काफी महत्व है.

चरणामृत को बनाने के लिए दूध, दही, घी, मिश्री और शहद का इस्तेमाल किया जाता है.  सेहत के लिए चरणामृत का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है. आज हम आपको पंचामृत से शरीर को मिलने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं.

चरणामृत बनाने के लिए एक पैन में दूध रखें. इसके बाद इसमें मिश्री डालें और अच्छी तरह मिलाएं. अब इसमें मखाने डालें. अब इसमें शहद, कद्दूकस किया हुआ नारियल और घी मिलाएं. इसके बाद इसमें तुलसी के पत्ते और गंगाजल मिलाएं.

चरणामृत या पंचामृत को पीना पेट के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसमें मौजूद दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन को मजबूत बनाते हैं और पेट की समस्याओं को दूर करते हैं.

हड्डियों के लिए भी चरणामृत काफी फायदेमंद माना जाता है. इसमें मौजूद दूध में कैल्शियम होता है. इसके साथ ही इसमें प्रोटीन, और विटामिन बी 12 होता है.

चरणामृत को पीने से कमजोरी और थकान दूर होती है. इससे शरीर को एनर्जी मिलती है.

चरणामृत पीने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है. चरणामृत में एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं.