मोटापा, एल्कोहल का अत्यधिक सेवन और धूम्रपान जैसी आदतें खराब लाइफस्टाइल का हिस्सा हैं. ये आदतें कम उम्र के लोगों में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा रही हैं.
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले धीमी गति से बढ़ रहे हैं. यदि इन पर समय रहते ध्यान ना दिया गया तो मेल ब्रेस्ट कैंसर पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ेगी.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर उस वक्त अटैक करता है जब मेल ब्रेस्ट टिशू में कैंसर सेल्स बन जाते हैं.
करीब 10 साल पहले ब्रेस्ट कैंसर की समस्या केवल 50-70 साल के लोगों में दिखाई देती थी, लेकिन अब 40-50 साल की उम्र में भी लोग इसका शिकार होने लगे हैं.
हालांकि पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले महिलाओं के मुकाबले बेहद कम हैं.
मेल ब्रेस्ट कैंसर में अक्सर लोग गांठ या अल्सर जैसे लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं.
यही लक्षण आगे चलकर कमर दर्द, जॉन्डिस और सांस में तकलीफ को पैदा करते हैं.
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर अनुवांशिक कारणों से हो सकता है. इसके अलावा गाइनेकोमैस्टिया से पीड़ित लोगों में ब्रेस्ट कैंसर की संभावना अधिक होती है.