07 Feb 2024
Credit: Freepik
एंग्जाइटी यानी घबराहट का हमारे दिमाग और शरीर दोनों पर बुरा असर पड़ता है.
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कुछ लोगों को सुबह उठते ही तनाव, चिड़चिड़ाहट, गुस्सा और कमजोरी महसूस होने लगती है. लेकिन कुछ टिप्स अपनाकर हम इनसे बच सकते हैं.
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किसी के प्रति जवाबदेह होने से तय शेड्यूल पर टिके रहना आसान होता है और शेड्यूल से चलने पर दिमाग को खाली समय कम मिलता है, जिससे एंग्जाइटी से बच सकते हैं.
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अगर हम अच्छा-अच्छा सोचें. अच्छे पलों को याद करे या अच्छी उम्मीद रखें तो इससे एंग्जाइटी में राहत मिलती है.
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स्थिति को स्वीकार लेना सबसे पहला इलाज होता है. अगर हम मान लें कि घबराहट, दिमागी थकान महसूस करना नॉर्मल है और आप अकेले नहीं हैं जो इन हालात से गुजर रहा हो, तो परेशानी खुद ब खुद कम होने लगती है.
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घबराहट की स्थिति में आप म्यूजिक सुन सकते हैं. जब हम कुछ सुनते हैं तो हमारा माइंड दूसरी तरफ डाइवर्ट हो जाता है. हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि आप कुछ अच्छा सुनें.
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एंग्जाइटी में डीप ब्रीदिंग बेहद कारगार साबित होती. इससे हमारे दिमाग को अच्छी तादाद में ऑक्सीजन मिलती है और माइंड फ्रैश महसूस करता है.
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