कुछ लोगों को हर मौसम में रात के समय बहुत अधिक पसीना होता है.
अधिकतर लोगों में ये आम है लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार रात में बहुत अधिक पसीना आना कुछ बीमारी का भी संकेत है.
अधिक उम्र की महिलाओं को रात में पसीना आना मेनोपॉज का संकेत हो सकता है.
इस दौरान हार्मोंस में बदलाव होते हैं. 45-55 की उम्र की महिलाओं को अधिक पसीना मेनोपॉज की वजह से हो सकता है.
जो लोग ज्यादा दवा लेते हैं, उन्हें भी रात में सोते समय पसीना आ सकता है.
एंटीडिप्रेसेंट, स्टेरॉयड और पेन किलर्स जैसी दवाइयां रात में पसीना आने का कारण बन सकती हैं.
ब्लड शुगर लेवल कम होने पर एड्रेनालाईन हार्मोन रिलीज होता है. इसकी वजह से पसीने की ग्रंथियां एक्टिव हो जाती हैं.
रात में पसीना आना इंफेक्शन का भी संकेत है. इस समय इम्यून सिस्टम उस वायरस से लड़ता है जिससे अधिक पसीना आता है.
सोने से पहले एक-दो ड्रिंक पीने से भी रात में पसीना आता है. इसके साथ ही शराब हार्ट रेट को भी बढ़ाती है, जिससे पसीना आता है.
रात में पसीना आना कुछ कैंसर का एक शुरुआती संकेत हो सकता है. यह सबसे अधिक ब्लड कैंसर में होता है.
एंग्जाइटी की वजह से भी बहुत पसीना होता है. तनाव की वजह से हार्ट रेट तेज हो जाती है और पसीना आने लगता है.