जब खून में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक होता है, लेकिन डायबिटीज की सीमा तक नहीं पहुंचता, तो इसे प्री-डायबिटीज कहा जाता है.
ध्यान ना देने पर ये स्टेज टाइप-2 डायबिटीज में बदल जाती है. इसके लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है.
प्री-डायबिटीज में वजन कम करने में दिक्कत होती है.
इस स्टेज वालों में पेट की चर्बी बढ़ने लगती है.
बॉडी में एनर्जी लेवल बहुत कम महसूस होती है.
मीठा खाने की क्रेविंग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है.
शरीर में अक्सर में दर्द रहता है. सिर दर्द भी होता है.
प्री-डायबिटीज होने पर महिलाओं के हार्मोन में बदलाव आने लगते हैं.
इस स्टेज पर स्किन पिगमेंटेशन भी होने लगता है.
खुद को हाइड्रेटेड रखें, इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
प्री-डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए ब्लैक कॉफी का सेवन करें.
सोडा छोड़ कर डायबिटीज को शुरुआती स्टेज पर कंट्रोल किया जा सकता है.
खाना खाने के बाद एप्पल साइडर विनेगर का सेवन करें. इससे ब्लड शुगर का लेवल नहीं बढ़ता है.