16 Oct 2024
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अगर आप भी सिरदर्द होने पर दर्द की गोली खाकर ठीक होने का इंतजार करते हैं तो आपके काम की खबर है.
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आजकल स्टूडेंट, कॉर्परेट वर्कर, वर्किंग वुमन और हर उम्र के लोग अपने काम को लेकर किसी न किसी तरह के स्ट्रेस में रहते हैं.
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लेकिन ये समझना जरूरी है कि स्ट्रेस से जो आपके सिर में दर्द हो रहा है वो किस तरह का सिरदर्द है, नहीं तो बाद में बड़ी समस्या हो सकती है.
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अगर कोई इंसान अपनी पढ़ाई, वर्क प्रेशर या किसी काम को लेकर तनाव में रह रहा है और उसके सिर में लगातार दर्द हो रहा है तो ये टेंशन हेडेक के लक्षण हो सकते हैं.
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'टेंशन हेडेक' एक तरह का सिरदर्द है. माइग्रेन (Migraine) के बाद ये दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला सिरदर्द है. आमतौर पर मरीज को सिर के सामने, सिर के दोनों तरफ दर्द होता है.
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टेंशन हेडेक में कुछ मरीजों को सिर के पिछले हिस्से, गर्दन और कंधों में भी दर्द होता है. वहीं, कुछ मरीजों को सिर के चारों तरफ एक टाइट पट्टा बंधा होने का अहसास भी होता है. आमतौर पर ये सभी 'टेंशन टाइप हेडेक' के लक्षण होते हैं.
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टेंशन टाइप हेडेक' सिर के सामने या दोनों तरफ होता है. वहीं, माइग्रेन में सिर के एक हिस्से में ही दर्द होता है और ये जगह बदलता है.
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टेंशन हेडेक कई कारण से होते हैं. जैसे-सिरदर्द स्ट्रेस, टेंशन और एंग्जाइटी (चिंता), रोज का लाइफस्टाइल, तनाव या नौकरी से जुड़ी चिंता.
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टेंशन हेडेक को ठीक करने के लिए अपने लाइफस्टाइल को सुधारें. इसके साथ ही स्ट्रेस और टेंशन न लें. हर दिन सही समय पर सोएं, रात को सिर्फ चार घंटे सोने से दिक्कत हो सकती है.
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टेंशन हेडेक का इलाज ट्रिप्टोमर (Tryptomer) और एमिट्रिप्टीलिन (Amitriptyline), टोपिरामेट (Topiramate) जैसी दवाइयां भी दी जाती हैं.
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अगर आपको हफ्ते में एक बार और महीने में 3 बार से ज्यादा इस तरह का दर्द हो तो किसी न्यूरॉलॉजिस्ट को जरूर दिखाएं.
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