हार्ट अटैक के लिए हाई ब्लड प्रेशर, हाई कॉलेस्ट्रोल, जेनेटिक डिसॉर्डर या बढ़ती उम्र जैसे कारण जिम्मेदार होते हैं.
एक स्टडी के मुताबिक मुंह के अंदर नजर आने वाले कुछ लक्षण भी हार्ट अटैक आने की वजह हो सकते हैं.
फोरसिथ इंस्टिट्यूट और हारवर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पीरियडोंटाइटिस से जूझ रहे लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम ज्यादा होता है.
डॉक्टर्स ने मसूड़ों की सूजन और आर्टरियल इनफ्लेमेशन (धमनियों में सूजन) के बीच एक मजबूत कनेक्शन पाया है, जो कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक या दिल से जुड़ी दूसरी बीमारियों का कारण हो सकता है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि पीरियोडोंटल इन्फ्लेमेशन से ग्रसित लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा हो सकता है.
शोधकर्ताओं के मतुाबिक पीरियोडोंटल डिसीज से पहले जिन लोगों को हड्डियों से जुड़ी समस्याएं आई थीं, उनमें हार्ट डिसीज का खतरा कम है.
शोधकर्ता चेतावनी देते हुए कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रति संवेदनशील है तो ऐसे लोगों की पीरियोडोंटल डिसीज को इग्नोर नहीं किया जा सकता है.
आप चाहें तो इसके लिए डेंटिस्ट की मदद भी ले सकते हैं. डेंटिस्ट आपके मसूड़ों की जांच करने के बाद संभावित खतरों के बारे में बता सकता है और वक्त रहते उसका इलाज करा सकते हैं.