तरबूज में काफी मात्रा में नेचुरल शुगर होती है. डायबिटीज के कई मरीज इसे खाने से परहेज करते हैं.
तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) लगभग 72 होता है. 70 से अधिक वाले फूड हाई जीआई की कैटेगरी में आते हैं.
जिन फूड का जीआई माप जितना ज्यादा होता है, उसका शुगर ब्लड में उतनी ही जल्दी मिल जाता है.
तरबूज में काफी मात्रा में पानी होता है. डायबिटीज फाउंडेशन के मुताबिक इस वजह से ये डायबिटीज में नुकसान नहीं पहुंचाता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक तरबूज के जूस में ग्लाइसेमिक इंडकेक्स अधिक होता जो डायबिटीज के लिए अच्छा नहीं है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि ब्लड शुगर का सही अंदाजा फूड के ग्लाइसेमिक लोड (GL) से लगाना चाहिए.
ग्लाइसेमिक लोड ग्लाइसेमिक इंडेक्स और कार्बोहाइड्रेड की मात्रा चेक करके देखा जाता है.
10 से कम ग्लाइसेमिक लोड लो, 10-19 पर मीडियम और 19 से अधिक होने पर ज्यादा माना जाता है.
तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 72 के करीब है लेकिन 100 ग्राम तरबूज का ग्लाइसेमिक लोड 2 है.
अगर उचित मात्रा में तरबूज खाया जाए तो डायबिटीज में कोई नुकसान नहीं होगा.
तरबूज को हेल्दी फैट और प्रोटीन के साथ बैलेंस करना डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद होता है.