यूरिक एसिड की समस्या आजकल के समय में काफी ज्यादा आम हो चुकी है. शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने के पीछे कई कारण होते हैं जैसे खराब लाइफस्टाइल, गलत खानपान, हाई कैलोरी फूड्स का सेवन और पानी कम पीना.
खून में यूरिक एसिड का लेवल ज्यादा होने पर जोड़ों की दिक्कत, किडनी की बीमारी, दिल के दौरे जैसी खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं.
कई बार यूरिक एसिड जब ज्यादा जमा हो जाता है तो यह क्रिस्टल का रूप ले लेता है और यह क्रिस्टल जोड़ों के आसपास जाकर जमा हो जाता है, जिस कारण जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है.
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर शरीर में इसके कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं. यूरिक एसिड बढ़ने पर यूरिन में भी इसके लक्षण दिखाई देते हैं जिन्हें अक्सर लोग इग्नोर कर देते हैं. आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में -
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर पेशाब का कलर में बदलाव दिखता है. इसकी वजह से पेशाब का कलर गहरा पीला या लाल दिखाई दे सकता है. यह बताता है कि शरीर में यूरिक एसिड का लेवल काफी ज्यादा बढ़ गया है और किडनी उसे फिल्टर नहीं कर पा रही है.
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर किडनी को इसे फिल्टर करने में काफी ज्यादा दिक्कत होती है. इसकी वजह से बार-बार पेशाब आती है. हालांकि बार-बार पेशाब आना यूटीआई, डायबिटीज और प्रेग्नेंसी का भी लक्षण हो सकता है.
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर झागदार या धुंधला रंग का पेशाब आता है. जब पेशाब में प्रोटीन लीक होने लगता है तब झाग दिखने लगता है.
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल ज्यादा होने पर पेशाब करते समय जलन और दर्द का एहसास होता है.
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर यूरिक करते समय खून आने की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है. हालांकि यूटीआई में भी में इस तरह की समस्या होती है. जरूरी है कि आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.