एक बार एक दादा-दादी ने जवानी के दिनों को याद करने का फैसला किया.
अगले दिन दादा फूल लेकर वहीं पहुंचा जहां वो जवानी में मिला करते थे,
वहां खड़े-खड़े दादा के पैरों में दर्द हो गया लेकिन दादी नहीं आयी.
घर जा कर दादा गुस्से से, “आई क्यों नहीं”?
दादी शर्माते हुए, ” मम्मी ने आने नहीं दिया”