मास्टर जी के सवाल और बच्चों के धमाकेदार जवाब... पढ़िए सोशल मीडिया पर वायरल जोक्स
मास्टर जी- बच्चों, इतिहास से हमें पता चलता है कि हमारे पूर्वज बन्दर थे. तभी एक छात्र ने गुस्से में लाल होते हुए, थारे होंगे, मारे तो चौधरी थे.
अध्यापक ने प्रश्न पूछा- कौन-सा हाथ लिखने के लिए सबसे अच्छा होता है? एक छात्र ने उत्तर दिया- कोई सा भी नहीं, क्योंकि हम पेन से लिखते हैं.
टीचर- बच्चों बताओ, गणित की किताब देखकर अक्सर सब लोग मायूस क्यों हो जाते हैं? छात्र- क्योंकि, इसमें किसी भी सवाल का हल नहीं होता है.
टीचर- भोलू, स्वर और व्यंजन में क्या फर्क है?
भोलू- मास्टर जी, स्वर मुंह से बाहर निकलते हैं और व्यंजन मुंह के अंदर रह जाते हैं.
मास्टर जी- 'खुशी का ठिकाना न रहा' कोई इस मुहावरे का अर्थ बताओ?
गोलू- खुशी घरवालों से छिपकर, हर रोज अपने दोस्त से मिलने जाती थी.
एक दिन उसके पापा ने उसे देख लिया और घर से निकाल दिया.
अब बेचारी 'खुशी का ठिकाना न रहा'.
मास्टर जी बेहोश...
शिक्षक- गीता तुम कल स्कूल क्यों नहीं आई थी? गीता- सर मैं जापान गई थी. शिक्षक- सपने में. शिक्षक- गट्टू तुम कल कहां थे? गट्टू- सर मैं गीता को एयरपोर्ट तक छोड़ने गया था, सपने में...
ऐसे ही मजेदार चुटकुले पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें.