10 Dec 2024
आयुर्वेद में नीम, तुलसी और शहद को प्राकृतिक औषधि माना गया है. सुबह के वक्त अगर नीम और तुलसी के पत्ते को शहद के साथ मिलाकर खा लिया जाए तो इम्यूनिटी मजबूत होती है, शरीर की गंदगी साफ होती है और सेहत ठीक बनी रहती है.
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नीम और तुलसी में एंटिऑक्सिडेंट और एंटिमाइक्रोबियल गुण होते हैं जबकि शहद शरीर को आराम पहुंचाता है. तीनों मिलकर शरीर को इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम और फ्लू से बचाते हैं.
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नीम शरीर की गंदगी साफ करता है और तुलसी लीवर को मजबूत बनाती है. शहद का काम शरीर में नमी बनाए रखना है. तीनों मिलकर स्किन को सुंदर बनाते हैं और शरीर को सेहतमंद रखते हैं.
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तुलसी पत्तियों के नियमित रूप से सेवन से अपच की समस्या दूर होती है. इसे खाने से गैस और पेट फूलने की दिक्कत नहीं होती, कब्ज से राहत मिलती है और सुबह आसानी से पेट साफ होता है.
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तुलसी हमारे पाचन तंत्र को सही करती है और नीम का पत्ता पेट के खराब बैक्टीरिया से लड़ता है. शहद पेट में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बरकरार रखता है.
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तुलसी, नीम और शहद का मिश्रण पेट फूलना कम करता है और पाचन शक्ति मजबूत बनती है.
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नीम और तुलसी में शहद मिलाकर खाने से कफ, सर्दी-जुकाम और अस्थमा जैसी दिक्कतों से सुरक्षा मिलती है और श्वसन तंत्र साफ बनता है.
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नीम एंटिबैक्टीरियल होता है जबकि तुलसी एंटी इंफ्लामेटेरी गुणों से भरपूर होती है. शहद में हाइड्रेटिंग गुण होते हैं जो चेहरे के दाग-धब्बों को दूर कर चेहरे पर प्राकृतिक चमक लाते हैं.
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नीम और तुलसी ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने का काम करते हैं. इनके साथ थोड़ी मात्रा में शहद लेने से डायबिटीज मैनेजमेंट में आसानी होती है.
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हालांकि, बिना डॉक्टर के सलाह के डायबिटीज मरीजों को अपनी डाइट में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए.
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नीम और तुलसी ओरल हेल्थ यानी मुंह की अच्छी सेहत के लिए जरूरी होते हैं जो मसूड़ों में संक्रमण रोकते हैं और सांस के दुर्गंध को भी दूर करते हैं. शहद मुंह के अल्सर को दूर करता है.
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