बायोलॉजिकल उम्र आपके शरीर के टिश्यूज और कोशिकाओं की उम्र होती है और क्रॉनिकल या वास्तविक उम्र पैदा होने से अभी तक की उम्र होती है.
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अगर किसी की बायोलॉजिकल एज कम होती है तो यह काफी अच्छा होता है. इसका मतलब होता है कि उसका शरीर अंदर से अधिक स्वस्थ है.
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तो आइए उन तरीकों को जान लीजिए जिससे शरीर की बायोलॉजिकल एज को कम किया जा सकता है.
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डाइट में फल, सब्जी और कम फैट वाली नॉनवेज फूड खाना चाहिए. वहीं ट्रांस-फैट, तले हुए खाद्य पदार्थ और चीनी वाली चीजों से परहेज करना चाहिए. इससे वजन कम होता है, डायबिटीज का जोखिम कम होता है, कोलेस्ट्रॉल कम होता है.
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रिपोर्ट किसी भी इंसान को हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की मीडियम इंटेंसिटी या 75 मिनट की हाई इंटेंसिटी वाली एरोबिक एक्सरसाइज करने की सलाह देता है. मीडियम इंटेंसिटी में पैदल चलना, जॉगिंग, बाइकिंग, वॉटर एरोबिक्स एक्टिविटी करें.
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सिगरेट पीना, वेपिंग करना या ई-सिगरेट का उपयोग करने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसमें हाई ब्लडप्रेशर, रक्त वाहिकाओं को नुकसान और सांस की तकलीफ जैसी चीजें शामिल हैं.
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जो लोग अच्छी नींद नहीं लेते उनमें हाई ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लडशुगर और स्लो मेटाबॉलिज्म की शिकायत होती है. कम से कम 7-9 घंटे की अच्छी नींद लें.
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हाई कोलेस्ट्रॉल आमतौर पर हार्ट संबंधी प्रॉब्लम को बढ़ाता है जिससे हार्ट की धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं. इसलिए कोलेस्ट्रॉल की लगातार जांच करते रहें.
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