आयुर्वेद ने बताया, ऐसे रुक सकते हैं बढ़ती उम्र के निशान, बुढ़ापा रहेगा दूर

जवान और सुंदर दिखने की ख्वाहिश किसकी नहीं होती लेकिन हमेशा जवान रहना नामुमकिन है.

उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर में झुर्रियां, फाइन लाइंस, त्वचा का ढीला होना, चमक खोना जैसी तमाम दिक्कतें होने लगती हैं.

बुढ़ापा तय है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोका नहीं जा सकता लेकिन क्या आप जानते हैं कि धीमा जरूर किया जा सकता है. 

यहां हम आपको आयुर्वेद में बताए कुछ ऐसे नियमों के बारे में बताएंगे जो सदियों से इंसान को स्वस्थ, सुंदर और लंबे समय तक जवान रखने के लिए जाने जाते रहे हैं.

आयुर्वेद स्वस्थ रहने के लिए दिनचर्या और खानपान के साथ ही वात, पित्त और कफ को बैलेंस रखने पर भी जोर देता है जिसका सीधा संबंध हमारे खानपान से है.

आयुर्वेद के अनुसार रोज खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीना चाहिए. विटामिन सी से बनी यह डिटॉक्स ड्रिंक पेट और त्वचा को साफ करती है. विटामिन सी में बुढ़ापा रोकने वाले गुण होते हैं और यह शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्ति दिलाता है.

आपका लिवर आपकी हेल्थ में अहम किरदार निभाता है. यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करता है इसलिए आयुर्वेद के अनुसार आपको खूब हरी सब्जियों और फलों का सेवन करना चाहिए जो लिवर को स्वस्थ रखती हैं.

अच्छी सेहत और लंबे समय तक जवान दिखने के लिए जरूरी है कि आप जो खाएं उसका अच्छे से पाचन हो जाए और आपका पेट साफ रहे. इसके लिए आपको फाइबर से भरपूर चीजें खानी चाहिए.

अच्छी नींद अच्छी सेहत की कुंजी है. आयुर्वेद के अनुसार, स्वस्थ और सुंदर शरीर के लिए हर रोज कम से कम सात से आठ घंटे की नींद जरूर लें. 

इस खबर में बताए गए सुझाव सामान्य जानकारी पर आधारित हैं इसलिए किसी भी उपचार/दवा/डाइट को अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.