By: Aajtak.in
अमोघ लीला दास को लोग उनके प्रवचन के वीडियोज के कारण जानते हैं.
Credit: Instagram
हाल ही में अमोघ लीला दास को स्वामी विवेकानंद और उनके गुरू रामकृष्ण परमहंस पर टिप्पणी करने पर 1 महीने के लिए इस्कॉन ने बैन कर दिया है.
Credit: Instagram
अमोघ लीला दास सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और अपनी जॉब छोड़कर संत बने हैं. उनकी उम्र 40 साल है लेकिन उन्हें और उनकी एनर्जी देखकर उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता.
Credit: Instagram
अमोघ लीला दास ने यूट्यूब पर इंटरव्यू में बताया था कि एजिंग क्या है और संतों की एजिंग धीमी क्यों हो जाती है यानी वे उम्र से कम क्यों दिखने लगते हैं?
Credit: Instagram
अमोघ लीला दास ने बताया था, 'जब कोई संत बनता है तो उसकी एजिंग (उम्र बढ़ने की प्रोसेस) धीमी हो जाती है.'
Credit: Instagram
अमोघ लीला दास ने आगे बताया, 'एजिंग का आयुर्वेद कारण भी है. जो संत होते हैं वे अपने शरीर की धातु (सीमन) काफी ताकतवर होती है और वह जीवन तक दे सकती है. जो संत होते हैं, वह धातु को अपने शरीर में रखते हैं.'
Credit: Instagram
धातु की वजह से इंसान और भी अधिक सात्विक हो जाता है, उसकी सोच बढ़ जाती है. एंग्जाइटी नहीं होती, बीमारियां बेअसर होने लगती हैं, सात्विकता बढ़ती है, एजिंग भी बढ़ने लगती है.'
Credit: Instagram
अमोघ लीला दास ने कहा, 'संतों को कुछ रोजमर्रा की लाइफ की टेंशन कम होती है. बच्चों को पालना है, फ्यूचर इन्वेस्टमेंट, दहेज इकट्ठा करना है, वाइफ नाराज है, हसबैंड नाराज है जैसी बातें संत की लाइफ में नहीं होतीं.'
Credit: Instagram
अमोघ लीला दास ने आगे कहा, 'संत को अपनी लाइफ में सिर्फ अपनी सेहत का कुछ ख्याल रखना होता है. बस उसकी लाइफ में कुछ नहीं है. उसकी सोच नेक्स्ट लेवल की हो जाती है इसलिए उसकी एजिंग धीमी हो जाती है.'
Credit: Instagram