आयुर्वेद में इस चावल के बताए गए हजारों फायदे, ब्रेस्ट कैंसर से लेकर डायबिटीज में मददगार

आयुर्वेद में इस चावल के बताए गए हजारों फायदे, ब्रेस्ट कैंसर से लेकर डायबिटीज में मददगार

चावल सदियों से भारतीय खानपान का हिस्सा रहा है. चावल की कई किस्में होती हैं और लोग ब्राउन राइस, व्हाइट राइस के रूप में उसका सेवन करते हैं.

चावल की ही एक किस्म 'नवारा चावल' का आयुर्वेद में बहुत महत्व है और उसे 'आयुर्वेद में सर्वश्रेष्ठ अनाजों में से एक' माना जाता है.

नवारा चावल बिना पोलिश किया चावल होता है जिसका रंग हल्का भूरा होता है. आयुर्वेद में नवारा चावल को एक खाद्य के साथ-साथ दवाई के रूप में वर्णित किया गया है.

यह पारंपरिक सुपरफूड है जिसमें उच्च मात्रा में पोषक तत्व मौजूद हैं. इसे खाने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है और यह शरीर के सभी दोषों को दूर करता है.

नवारा चावल उन लोगों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है जो कमजोर और पतले हैं. बुखार से उबर रहे लोगों को भी इस चावल से काफी ताकत मिलती है.मखाना खाएं.

एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह चावल डायबिटीज मरीजों और गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद अच्छा होता है.

आयुर्वेद में कहा गया है कि इस चावल के नियमित सेवन से हड्डियों में दर्द और कमजोरी की समस्या दूर होती है. आयुर्वेद में इसे लकवा और गठिया की बीमारी में भी लाभदायक बताया गया है.

जिन बच्चों का विकास ढंग से नहीं हो पाता, उनके लिए भी यह चावल बेहद अच्छा माना जाता है.

एक शोध में पाया गया कि इस चावल के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है.