बेंगलुरु में एक ऐसे हेयर ड्रेसर (नाई) हैं, जिनके पास 400 गाड़ियां हैं. वह रोल्स रॉयस में बैठकर अपने सलून जाते हैं.
Credit: Instagram
रमेश बाबू के पिता पी. गोपाल बेंगलुरु में सलून के मालिक थे. जब रमेश सिर्फ 7 साल के थे तब उनके पिता का निधन हो गया था और फिर रमेश ने ही सलून संभाला.
Credit: Instagram
रमेश 12 वीं क्लास में फेल हो गए थे. फैमिली कंडिशन सही ना होने के कारण उन्होंने मात्र 16 साल की उम्र में ही काम शुरू कर दिया था.
Credit: Instagram
आज रमेश बाबू का नाम देश के सबसे अमीर बार्बर में आता है. वह अपने सलून पर लोगों के बाल काटने के लिए अपनी 3.5 करोड़ की गाड़ी से जाते हैं.
Credit: Instagram
रमेश कहते हैं कि वह लोगों के बाल काटना नहीं छोड़ सकते क्योंकि ये उनका मुख्य काम है. रमेश भले ही सलून रोल्स रॉयस जैसी लग्जरी गाड़ियों से आते हैं लेकिन वह बाल काटने के सिर्फ 150 रुपये लेते हैं.
Credit: Instagram
इतने अमीर होने के बाद भी रमेश बाबू काफी सिंपल लाइफस्टाइल जीते हैं. वह आज भी साधारण रहन-सहन और खान-पान में विश्वास रखते हैं.
Credit: Instagram
रमेश बाबू ने इंटरव्यू में बताया था कि भले ही मेरे पास कितना पैसा आ जाए लेकिन मैंने जो बचपन से स्ट्रगल देखा है, उसे कभी नहीं भूल सकता. पैसा आने के बाद भी मैं हमेशा सिंपल रहूंगा.
Credit: Instagram
रमेश टूर्स एंड ट्रैवल्स के मालिक रमेश बाबू लग्जरी कारों के शौकीन हैं और 30 साल से अधिक समय से महंगी कारों का कलेक्शन कर रहे हैं.
Credit: Instagram
रमेश बाबू एक रोल्स रॉयस घोस्ट, 11 मर्सिडीज-बेंज, 10 बीएमडब्ल्यू, 3 ऑडी और 2 जगुआर समेत 400 गाड़ियों के मालिक हैं. इनमें 120 से अधिक लग्जरी गाड़ियां हैं. उनका कार रेंटल का बिजनेस भी है और वे इन कारों को वो किराए से देते हैं.
Credit: Instagram
रोल्स रोयस को वह रोजाना 50 हजार रुपये दिन के हिसाब से किराये पर देते हैं.
Credit: Instagram
रमेश बाबू ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया, 'मैंने 16 साल की उम्र से काम करना शुरू कर दिया था. मैं लोगों के घरों में दूध और न्यूजपेपर डालने जाता था.'
Credit: Instagram
'मुझे उस समय हर महीने 100 रूपये मिलते थे. 18 साल की उम्र में मैंने पिताजी के सलून का काम अपने जिम्मे ले लिया था. मेरे सलून में इतने लोग आते थे कि सुबह से रात 2 बजे तक मैं काम करता था.'
Credit: Instagram
'कुछ अलग करने के लिए मैंने 1993 में एक पर्सनल यूज के लिए एक गाड़ी लोन से खरीदी. इसके 2-3 महीने बाद भी मेरे पास लोन भरने के पैसे नहीं आए.'
Credit: Instagram
'रमेश की मां की दोस्त ने उन्हें कार किराए से चलाने की सलाह दी. इसके बाद रमेशा का बिजनेस चल निकला.'
Credit: Instagram