काला गाजर में विटामिन ए और बीटा कैरोटिन का अच्छा सोर्स होता है.इसके सेवन से आंखों की रोशनी सही रहती है.
इसमें मौजूद फाइबर के चलते पाचन तंत्र बेहतर रहता है. दरअसल, फाइबर का अच्छा स्रोत होने के चलते बार-बार भूख नहीं लगती है.
बेहतर पाचन तंत्र के चलते मेटाबॉलिज्म बेहतर रहता है. बेहतर मेटबॉलिज्म के चलते वजन भी कंट्रोल में रहता है.
इसके अलावा काले गाजर में फेनोलिक कंपाउंड होता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करता है.
काले गाजर में मौजूद फाइबर और बायोएक्टिव कंपाउंड शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
ऐसे में इसके सेवन से दिल की बीमारियां होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं.
काले गाजर में फाइटोकेमिकल्स भी पाए जाते हैं जो कैंसर से बचाने में मदद करते हैं.
नियमित सेवन से आपको कभी कैंसर का खतरा नहीं रहेगा.
बता दें कि काली गाजर में ली एंथोसायनिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो आपके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मददगार साबित होता है.