स्लिम दिखने के लिए ये डाइट लेती थीं श्रीदेवी... गई जान, आप हो जाएं सावधान

3 October 2023

Credit: Instagram

एक्ट्रेस श्रीदेवी के हसबैंड बोनी कपूर ने हाल ही में अपनी वाइफ की मौत के बारे में खुलासा किया है. 

श्रीदेवी की मौत का खुलासा

Credit: Instagram

बोनी कपूर ने बताया था कि शादी के बाद से ही श्री देवी क्रैश डाइट फॉलो करती थीं, इस कारण वो कई बार बेहोश भी हुईं.

क्रैश डाइट करती थीं फॉलो

Credit: Instagram

नमक शरीर में पानी को रोके रखता है. स्लिम दिखने के चक्कर में और पानी बॉडी में ना रुके इसलिए श्रीदेवी क्रैश डाइट लेती थीं और नमक का सेवन भी नहीं करती थीं. इसके कारण उनका ब्लड प्रेशर भी कम रहता था जिस कारण ब्लैक आउट भी होता था. 

नमक भी नहीं खाती थीं

Credit: Instagram

अब ऐसे में सवाल उठता है कि ये क्रैश डाइट होती क्या है, जो श्रीदेवी फॉलो करती थीं? अगर आप भी क्रैश डाइट फॉलो करते हैं तो पहले उसके बारे में जरूर जान लें.

क्रैश डाइट के बारे में जान लें

Credit: Instagram

क्रैश डाइट तेजी से वजन घटाने की डाइटिंग प्रोसेस है. इस प्रोसेस में कैलोरी इंटेक को काफी कम कर दिया जाता है. यानी कि जहां एक हेल्दी इंसान 2000 से 2500 कैलोरी लेता है, वहीं क्रैश डाइट में वह मात्र 800-1000 कैलोरी लेता है. 

क्रैश डाइट क्या है?

क्रैश डाइट कई तरह की होती है जिसमें अलग-अलग फूड प्रेफरेंस के आधार पर खाना खाया जा सकता है. जैसे मास्टर क्लीन्ज में विटामिन सी से भरपूर चीजें खाई जाती हैं और जूस क्लीन्ज डाइट में सिर्फ फलों के रस का सेवन किया जाता है.

क्रैश डाइट के प्रकार

इसी तरह क्रैश डाइट के अन्य प्रकार भी हैं जैसे चिकन सूप डाइट, हॉलीवुड डाइट, अंगूर डाइट, पत्तागोभी सूप डाइट आदि. इनसे काफी तेजी से वेट लॉस होता है. 

क्रैश डाइट के अन्य प्रकार

क्रैश डाइट से जो वेट लॉस होता है उसे कोई भी मेंटेन नहीं रख सकता. जैसे ही आप इस डाइट को करना बंद करते हैं, वजन वापिस बढ़ जाता है.

मेंटेन करना मुश्किल

क्रैश डाइट के दौरान फैट लॉस होता है जिससे लेप्टिन हार्मोन कम होता है जो आम तौर पर पेट को भरा महसूस कराता है. इसकी कमी से भूख बढ़ जाती है और आप डाइटिंग के बाद जरूरत से अधिक खा लेते हैं और वजन फिर बढ़ जाता है.

क्रैश डाइट के नुकसान

क्रैश डाइट में जब आप कैलोरी कम लेते हैं तो शरीर एनर्जी के लिए मसल्स को बर्न कर सकता है जिससे मसल्स कमजोर हो जाते हैं. 

मसल्स लॉस

मसल्स के कारण मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है. अगर शरीर में मसल्स लॉस होगा तो मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो जाएगा जो डाइट करना छोड़ने के बाद वेट गेन का कारण बन जाएगा.

मेटाबॉलिज्म हो जाता है धीमा

कई बार क्रैश डाइट के कारण पोषक तत्व, विटामिन और मिनरल्स की कमी हो जाती है. अगर शरीर में जरूरी विटामिन-मिनरल्स की कमी हो जाए तो थकान-कमजोरी बनी रहती है.

न्यूट्रिशन की कमी

एक्सपर्ट का कहना है कि 19 साल से कम उम्र के बच्चों को कभी क्रैश डाइट नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से शरीर पर काफी नेगेटिव असर पड़ सकता है. 

किसे नहीं करना चाहिए डाइट?

क्रैश डाइट में आपके शरीर का वॉटर वेट सबसे अधिक कम होता है. उसके बाद मसल्स लॉस होता है. जो कि काफी नुकसानदायक है. इसलिए एक्सपर्ट कभी भी क्रैश डाइट की सलाह नहीं देते. 

क्या फायदेमंद है क्रैश डाइट?

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ साइंस का कहना है कि क्रैश डाइट को फॉलो बिल्कुल नहीं करना चाहिए लेकिन फिर भी अगर किसी को अर्जेंट वेट लॉस करना है तो 48 घंटे से अधिक इसे फॉलो ना करें.

कितने दिन फॉलो करना सही?