एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ ने 21 जून 2023 को बेटे को जन्म दिया है. दीपिका के पति शोएब इब्राहिम ने यह गुड न्यूज फैंस के साथ शेयर की.
दीपिका की प्रीमैच्योर डिलीवरी हुई है लेकिन उनके पति ने बताया है कि चिंता की कोई बात नहीं है.
कई लोगों के मन में यह सवाल आता होगा कि प्रीमैच्योर डिलीवरी क्या होती है, इससे क्या खतरा होता है? तो आइए इस बारे में जानते हैं.
Clevelandclinic के मुताबिक, जब कोई बच्चा समय (लगभग 9 महीने) से पहले पैदा हो जाता है, उसे प्रीमैच्योर डिलीवरी कहा जाता है.
पूर्ण गर्भावस्था का समय 40 हफ्ते होता है. प्रीमैच्योर डिलीवरी में बच्चा समय से पहले, 37 सप्ताह या उससे पहले पैदा होता है.
समय से पहले जन्म होने से मां और बच्चे के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है.
प्रीमैच्योर डिलीवरी वाले शिशुओं को गर्भाशय के बाहर बढ़ने और उनकी ग्रोथ होने में मदद करने के लिए अधिक सावधानी और देखभाल की जरूरत होती है.
एक्सपर्ट का मानना है कि शिशु जितना जल्दी जन्म होगा, शिशु के स्वास्थ्य को उतना ही अधिक गंभीर खतरा होगा.
भ्रूण को विकसित होने के लिए गर्भाशय में पूर्ण अवधि की आवश्यकता होती है. यदि शिशु बहुत जल्दी पैदा हो जाते हैं तो वे पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते.
पूरी तरह शिशुओं की ग्रोथ ना होने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. वहीं हृदय, मस्तिष्क, फेफड़े या लिवर संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं.
प्रीमैच्योर डिलीवरी वाले बच्चों में एपनिया, अविकसित फेफड़े, मस्तिष्क में रक्तस्राव, आंतों की सूजन, रक्त संक्रमण, असामान्य रक्त प्रवाह, अविकसित रक्त वाहिकाएं जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
प्रीमैच्योर डिलीवरी के कई कारण हो सकते हैं जैसे मधुमेह या संक्रमण, शराब का अधिक प्रयोग, जुड़वां या तीन बच्चे, गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, गर्भाशय ग्रीवा में समस्याएं, गर्भधारण के बीच बहुत कम समय आदि.
जिन महिलाओं की उम्र 20 वर्ष से कम या 40 वर्ष से अधिक है, धूम्रपान करती हैं, प्रेग्नेंसी से पहले कम वजन होना, मेडिकल कंडिशन जैसी महिलाओं को प्रीमैच्योर डिलीवरी का खतरा अधिक होता है.
प्रीमैच्योर डिलीवरी से बचने के लिए वजाइना से लिक्विड डिस्चार्ज, ऐंठन, पीठ के निचले हिस्से में लगातार दर्द रहना, पेट में दबाव जैसा कोई लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.