ये सस्ते से बीज खाने से उल्टे पैर लौट जाएगा बुढ़ापा, 50 तक भी दिखेंगे जवान

अलसी के बीज जिसे अंग्रेजी में फ्लैक्स सीड कहा जाता है, का भारत में हजारों सालों से औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है. 

इसे अपच, कब्ज, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, कैंसर और कई बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए जाना जाता है.

अलसी को साबुत भी खाया जा सकता है. इसके अलावा इसका तेल, पाउडर, गोलियां, कैप्सूल और आटे के रूप में इस्तेमाल होता है.

अलसी गुड फैट, प्रोटीन और डायट्री फाइबर से भरपूर होती है. इसके अलावा इसमें विटामिन ए, बी, डी और ई भी होता है. 

अलसी में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) के रूप में 50 से 60 प्रतिशत ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो शरीर को कई तरीके से फायदे पहुंचाता है.

अलसी लिगनेन कंपाउड से भरपूर होती है जो कैंसर से लड़ने वाले शक्तिशाली गुणों के लिए जाना जाता है. दिलचस्प बात यह है कि इस बीज में अन्य पौधों के खाद्य पदार्थों की तुलना में 75-800 गुना अधिक लिगनेन होता है.

कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि अलसी स्तन कैंसर के जोखिम को भी कम करती है.

अलसी में दो प्रकार के फाइबर होते हैं. एक घुलनशील और दूसरा अघुलनशील. यह दोनों फाइबर आपके पेट के स्वास्थ्य को अच्छा रखते हैं. 

फाइबर होने की वजह से अलसी के बीज आपका वजन कंट्रोल रखने में बहुत असरदार होते हैं.