05-08-2024
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हड्डियों का मजबूत होना बहुत ही जरूरी है. हड्डियों से जुड़ी समस्याएं पहले बुजुर्ग लोगों के अंदर देखने को मिलती थीं, लेकिन खराब खान-पान के कारण कारण अब यह समस्या आम होती जा रही है.
कैफीन हमारे शरीर से कैल्शियम को बाहर निकालने का काम करती है जिससे हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं. चाय, कॉफी, कोका और चॉकलेट जैसे बेवरेज में पर्याप्त मात्रा में कैफीन मौजूद रहती है.
जानवरों ( एनिमल ) से प्राप्त होने वाले प्रोटीन के ज्यादा उपयोग से बचना चाहिए. एनिमल प्रोटीन के ज्यादा सेवन से कैल्शियम की कमी हो सकती है.
सोडा ड्रिंक्स में प्रिजर्वेटिव( परिरक्षक ) के रूप में फॉस्फोरिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता है, जो हड्डियों में कैल्शियम को खत्म करने का काम करता है.
शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से बोन डेंसिटी कम होने लगती है. इससे आसानी से हड्डी टूटने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है.
प्रोटीन
अत्यधिक मात्रा में विटामिन ए सप्लीमेंट्स का सेवन करने से भी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं.
हाई-ऑक्सालेट्स फूड्स का सेवन करने से शरीर कैल्शियम का अवशोषण सही तरीके से नहीं कर पाता, जिससे बोन डेंसिटी कम हो जाती है.
डाइट में शुगर से भरपूर चीजों को शामिल करने से सूजन और जलन बढ़ती है साथ ही बोन हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है.
फास्फोरस से भरपूर चीजों का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम का बैलेंस बिगड़ जाता है जिससे बोन डेंसिटी कम होती है.
डाइट में अत्यधिक नमक वाली चीजों को शामिल करने से शरीर में मौजूद कैल्शियम यूरिन के रास्ते बाहर निकल जाता है जिससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं.