सिरदर्द से हुई शख्स की मौत...आप इन लक्षणों को न करें अनदेखा, तुरंत डॉक्टर के पास जाएं

सिरदर्द काफी कॉमन समस्या है. हर किसी को किसी न किसी कारण से सिरदर्द का सामना करना ही पड़ता है.

सबसे कॉमन समस्या

Credit: PIxabay

लैंसेट स्टडी के 2019 के डेटा के मुताबिक, भारत में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में सिरदर्द संबंधी बीमारियां (माइग्रेन और डिप्रेशनआदि) सबसे कॉमन थीं. इससे करीब 48.8 करोड़ भारतीय प्रभावित थे.

2019 का डेटा

Credit: PIxabay

कई बार सिरदर्द को अनदेखा करना भारी पड़ सकता है. हाल ही में 52 साल के एलन कैंपबेल को सिरदर्द को अनदेखा करना इतना भारी पड़ गया कि उनकी मौत हो गई है.

Credit: PIxabay

दरअसल, एलन को लंबे समय से सिरदर्द हो रहा था लेकिन जब उन्हें सिरदर्द का कारण पता चला तो कुछ ही सप्ताह बाद उनकी मृत्यु हो गई.

Credit: PIxabay

एलन को सिरदर्द के साथ एंग्जाइटी और भूलने की भी समस्या होने लगी थी. मौत के 9 हफ्ते पहले ही उन्हें पता चला था कि उन्हें स्टेज 4 ग्लियोब्लास्टोमा ब्रेन ट्यूमर था.

Credit: PIxabay

ग्लियोब्लास्टोमा मल्टीफॉर्म (जीबीएम) को अनदेखा करना भारी पड़ सकता है, इसलिए जान लीजिए ग्लियोब्लास्टोमा क्या है और इससे कैसे बचा जाए.

Credit: PIxabay

ग्लियोब्लास्टोमा तेजी से बढ़ने वाला मस्तिष्क ट्यूमर है जो कैंसर की निशानी होता है. इन ट्यूमर्स को हाई ग्रेड या ग्रेड 4 के रूप में बताया जाता है.

Credit: PIxabay

क्या है ग्लियोब्लास्टोमा?

सिर दर्द, याददाश्त कमजोर होना, बोलने में परेशानी, डिप्रेशन, थकान, मसल्स में कमजोरी, भूख खत्म होना, सोचने में कठिनाई, याददाश्त कमजोर होना इसके लक्षण हो सकते हैं.

Credit: PIxabay

लक्षण

वैज्ञानिक पूरी तरह से यह नहीं समझ पाए हैं कि ग्लियोब्लास्टोमा का कारण क्या है इसलिए इस बीमारी को रोकने का कोई सटीक तरीका भी नहीं है.

Credit: PIxabay

अगर किसी को लंबे समय तक ऊपर बताए हुए लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर्स, MRI, CT scan या Biopsy से इसके बारे में पता लगाते हैं.

Credit: PIxabay

अगर आपको लंबे समय तक कोई लक्षण दिख रहे हैं तो सिरदर्द को बंद करने के लिए गोली न खाएं बल्कि डॉक्टर संपर्क करे्.

Credit: PIxabay