ईयरफोन या हेडफोन आज हर मोबाइल फोन यूजर या म्यूजिक लवर के लिए जरूरी इक्यूपमेंट बन गया है.
Credi: Instagram
अक्सर देखा जाता है कि कई लोग दिनभर ईयरफोन या हेडफोन लगाए रखते हैं. अब चाहे गाने सुनना हो या फिर कॉल पर बात करनी हो, कुछ लोग हमेशा ईयरफोन का ही इस्तेमाल करते हैं.
Credi: Instagram
एक सर्वे के मुताबिक, 47 प्रतिशत लोग गाने सुनने, 42 प्रतिशत लोग बात करने के लिए, 20 प्रतिशत लोग काम करते समय ध्यान भटकने से रोकने के लिए और 20 प्रतिशत लोग फैशन एसेसरीज के रूप में हेडफोन या ईयरफोन का यूज करते हैं.
Credi: Instagram
ऐसा करने से कानों को काफी नुकसान हो सकता है. दरअसल, उम्र के मुताबिक एक समय सीमा निर्धारित की गई है जिससे अधिक देर तक ईयरफोन या हेडफोन नहीं लगाना चाहिए.
Credi: Instagram
अगर आप भी काफी अधिक ईयरफोन या हेडफोन लगाते हैं तो अपनी उम्र के हिसाब से जान लीजिए कितनी देर से अधिक ईयरफोन या हेडफोन लगाना खतरनाक हो सकता है.
Credi: Instagram
रिपोर्ट्स का कहना है कि 19 साल से 29 साल के उम्र वालों को हर हफ्ते 7.8 घंटे, हर महीने 33.9 घंटे और हर साल 405.6 घंटे से अधिक ईयरफोन या हेडफोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
Credi: Instagram
30 साल से 49 साल के उम्र वालों को हर हफ्ते 5.5 घंटे, हर महीने 23.9 घंटे और हर साल 286 घंटे से अधिक ईयरफोन या हेडफोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
Credi: Instagram
50 साल से 79 साल के उम्र वालों को हर हफ्ते 5.2 घंटे, हर महीने 22.6 घंटे और हर साल 270.4 घंटे से अधिक ईयरफोन या हेडफोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
Credi: Instagram
हावर्ड मेडिकल स्कूल के मुताबिक, हेडफोन या ईयरफोन का वॉल्यूम लगभग 105 से 110 डेसीबल (DB) की अधिकतम मात्रा पर ट्यून किया जाता है. लेकिन रिसर्च बताती हैं कि अगर किसी म्यूजिक इक्यूपमेंट को 85 डीबी से ऊपर 2 घंटे तक सुना जाए तो कानों को नुकसान हो सकता है
Credi: Instagram
105 से 110 डेसीबल की ध्वनि के संपर्क में आने से पांच मिनट में भी कानों को नुकसान हो सकता है. 70 डीबी से कम साउंड से कानों को कोई नुकसान नहीं होता.
Credi: Instagram
तेज वॉल्यूम के अलावा आप म्यूजिक के संपर्क में कितनी देर हैं, यह भी कान को नुकसान पहुंचा सकता है. अधिक आवाज में हेडफोन का उपयोग एक घंटे से भी कम समय में कानों को नुकसान पहुंचा सकता है.
Credi: Instagram
कानों में हजारों कोशिकाएं होती हैं, जिनमें से कुछ में बाल जैसी छोटी भी होती हैं. यह ध्वनि को कानों से मस्तिष्क तक वापस भेजने का काम करती हैं. अत्यधिक ध्वनि इन कोशिकाओं को डैमेज कर सकता है जो ध्वनि संचरण तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है.
Credi: Instagram