जापान में रहने वाले लोग बाकी देशों के लोगों की तुलना में ज्यादा साल जीते हैं. इकिगाई शब्द जापान के लोगों की लंबी आयु का रहस्य बताता है.
जापान के लोग सिर्फ ज्यादा साल ही नहीं जीते हैं बल्कि इन लोगों को कैंसर और ह्रदयरोग जैसी बड़ी बीमारियां भी जल्दी नहीं होती हैं.
जापान के लोगों की लाइफस्टाइल पर आधारित हेक्टर गार्सिया और फ्रान्सिस मिरेलस की किताब इकिगाई से हम यह जानेंगे कि जापान के लोगों की लंबी आयु का रहस्य क्या है.
खुद को हेल्दी रखने के लिए जापान के लोग उतना ही खाते हैं जिससे उनका पेट 80 प्रतिशत ही भरे. वे कभी भी पूरा पेट भरने तक खाना नहीं खाते हैं.
हमेशा जवान रहने के लिए मन का खुला होना जरूरी है. जोश से भरा हुआ मन हमेशा शरीर को जवान रखता है और उम्र बढ़ने के आसार कम दिखाई देते हैं.
अकेलापन और तनाव के कारण भी लोग वास्तविक उम्र से ज्यादा बूढ़े दिखने लगते हैं. अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेस मैनेजमेंट के मुताबिक, बीमारी की सबसे बड़ी वजह तनाव होती है.
लगातार तनाव में रहना शरीर के लिए हानिकारक है. लगातार तनाव से निराशा पैदा होती है. इस वजह से चिड़चिड़ाहट, नींद न आना, चिंता और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं होती हैं.
वहीं, जापान के लोग अन्य किसी देशों के लोगों की तुलना में ज्यादा दोस्ताना बर्ताव करते हैं. इससे अकेलापन और निराशा खत्म हो जाती है.
तनाव से मुक्ति के लिए ध्यान यानी मेडिटेशन भी एक अहम उपाय है. सांस से जुड़ी एक्सरसाइज की मदद से भी हम खुद को तनावमुक्त कर सकते हैं.
अगर समय से पहले आने वाला बुढ़ापा को टालना है तो अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर तनाव मुक्त करने की कला सीखनी होगी.