देसी घी खाना कितना सही या इससे भी हो सकता है नुकसान, डॉक्टर सरीन ने बताई पते की बात

भारत में खाना बनाने और उसका जायका बढ़ाने के लिए देसी घी का इस्तेमाल सदियों से होता रहा है. लेकिन बदलते दौर में देसी घी की जगह कई तरह के तेलों ने ले ली.

लेकिन आज भी भारतीय घरों में रोटी के ऊपर देसी घी लगाने, सब्जी और दाल में ऊपर से देसी घी डालने का रिवाज है. 

शुद्ध देसी घी ना केवल खाने का स्वाद बढ़ा देता है बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.

लेकिन देसी घी सेहत के लिए कितना अच्छा है और इसे कितना खाना चाहिए, इस बारे में जान लेना भी बेहद जरूरी है. 

देश के जाने-माने लिवर स्पेशलिस्ट डॉक्टर एस.के.सरीन ने कुछ समय पहले एक पॉडकास्ट के दौरान बताया था, 'खाने में हमेशा तेल की बात की जाती है, घी की नहीं जबकि ये लिवर के लिए बहुत अच्छा है.'

शुद्ध देसी घी प्रॉसेस्ड तेलों के मुकाबले काफी अच्छा होता है. इससे सेहत को कई फायदे होते हैं. 

आप खाने में देसी घी खाएं, सफेद मक्खन खाएं, लेकिन इसे पचा लें. पचाना बहुत जरूरी है. इसके अलावा सरसों के तेल में भी कोई बुराई नहीं है. ये भी बढ़िया है. 

उन्होंने कहा, 'आजकल ऑलिव ऑयल बहुत पॉपुलर हो रहा है लेकिन वो बहुत महंगा होता है, विदेश से लाना होता है. इससे अच्छा अपना देसी घी और सरसों का तेल है.'

उन्होंने बताया कि लेकिन देसी घी इससे भी अच्छा है पर आपको देसी घी खाकर उसे पचाना भी चाहिए. कहने का मतलब है कि देसी घी खाएं लेकिन जमकर फिजिकल एक्टिविटी भी करें ताकि आपके शरीर को देसी घी के फायदे भी मिलें और उससे शरीर पर फैट भी ना चढ़े.