भारत में पनीर को लगभग हर कोई पसंद करता है. तीज-त्याहारों और शादी-ब्याह में पनीर से व्यंजन बनना रिवाज होता है. इसका इस्तेमाल मिठाइयों में खूब किया जाता है.
लेकिन मिलावट के इस दौर में बाहर से आने वाले पनीर की शुद्धता की परख करना बेहद जरूरी है.
आपको पता होना चाहिए कि आप जो पनीर खा रहे हैं, वो कितना शुद्ध है.
बाजार में मिलने वाला नकली परीन ऐसे केमिकल्स से भरपूर होता है जो सेहत के लिए काफी खतरनाक होते हैं. ऐसे में हम यहां आपको पनीर की शुद्धता जांचने के कुछ तरीके बता रहे हैं.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, असली पनीर में आमतौर पर नमी की मात्रा अधिक होती है जिसे दबाने पर मट्ठा निकलता है जबकि सिंथेटिक पनीर अधिक ड्राई होता है.
पकाने के दौरान असली पनीर भूरा हो जाता है और अपना आकार बनाए रखता है जबकि नकली पनीर रबड़ जैसा होता है, वो पिघल सकता है और अपना आकार खो देता है.
सिंथेटिक पनीर खाने से पेट खराब, दस्त, उल्टी और मतली हो सकती है.
लंबे समय तक इसका सेवन आपके लिवर और किडनी पर भी असर डाल सकता है क्योंकि सिंथेटिक पनीर में हानिकारक केमिकल और मिल्क पाउडर हो सकता है जो आपके हृदय के लिए भी जोखिम पैदा कर सकते हैं.
सिंथेटिक पनीर से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप भरोसेमंद दुकान से ही इसे खरीदें. इसके अलावा आप इसे घर पर ही बनाना शुरू कर दें तो बहुत ही अच्छा है.