जब मरीज ने पूछा, क्या खाकर जी सकते हैं 100 साल..., दिल के बड़े डॉक्टर ने बताया जवाब

कुछ समय से पूरी दुनिया में लॉन्जविटी (दीर्घायु-यानी लंबी जिंदगी) पर खूब बातें हो रही हैं. खासकर ब्लू जोन्स की खोज के बाद से भारत में भी 'हाऊ टू लिव लॉन्ग लाइफ (लंबी उम्र कैसे जिएं)' टॉपिक छाया हुआ है. 

दुनिया में हर कोई लंबी और हेल्दी उम्र जीना चाहता है लेकिन उसे कैसे हासिल करना है, ये किसी को नहीं पता. वास्तव में लंबी उम्र का सीक्रेट हमारी दिनचर्या में छुपा है. 

हाल ही में दिल्ली के ली मेरिडियन होटेल में एजेंडा आजतक का आयोजन किया गया था जिसमें देश के जाने-माने हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर नरेश त्रेहान और मशहूर लिवर स्पेशलिस्ट डॉक्टर एस. के. सरीन शामिल हुए थे. 

इस दौरान उन्होंने दीर्घायु (लंबी उम्र), भारतीयों की हेल्थ, डाइट और लाइफस्टाइल समेत कई चीजों पर बात की.

सेशन के दौरान जब एंकर स्नेहा मोरदानी ने डॉक्टर त्रेहान से सवाल किया कि आजकल लॉन्जविटी (दीर्घायु) पर खूब बात हो रही है. इस पर आप क्या कहना चाहेंगे?

तो डॉक्टर त्रेहान ने कहा, 'मैं इस सवाल पर एक छोटा सा जोक सुनाना चाहता हूं. एक आदमी डॉक्टर के पास गया और बोला मुझे 100 साल जीना है, इसके लिए मैं क्या करूं तो डॉक्टर बोला, रोज रात 9 बजे सो जाओ, मीट, शराब, सेक्स सब छोड़ दो.'

'बेकार के म्यूजिक सुनना बंद कर दो. इस पर उस आदमी ने पूछा कि क्या ये सब करने से मैं 100 साल तक जी सकूंगा.'

तो उस डॉक्टर ने कहा कि मैं ये गारंटी तो नहीं ले सकता पर आपको ऐसा लगेगा जरूर कि 100 साल हो गए.'

'कहने का मतलब है कि लाइफ जीनी है लेकिन जिंदादिली से, उसे एन्जॉय करना है. सब-कुछ कीजिए लेकिन मॉडरेशन में. खाने-पीने का स्ट्रेस ना पालें.'

वो आगे कहते हैं, 'अपनी दिनचर्या को संयमित रखें. डेली डाइट में चीनी, सफेद चावल, आलू और मैदा, इन चार चीजों का सेवन कम से कम करें.'

'काउच पोटैटो (दिन भर सोफे या बेड पर लेटे रहना) ना बनें. हफ्ते में 4 से पांच बार एक्सरसाइज करें.'

उन्होंने आगे कहा, 'मैं बताना चाहता हूं कि आयुर्वेद में पंच कर्मा है जो सबसे बेस्ट तरीका है Rejuvination का (फिर से जवान होना). साल में एक बार पंच कर्मा पद्धति से आप अपने शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं.'

डॉक्टर त्रेहान से सहमत होते हुए डॉक्टर सरीन कहते हैं, 'आयुर्वेद में जो आयु है वो जिंदगी है और वेदा साइंस है. आयुर्वेद का मतलब आयुर्वेदेकि दवाई लेना नहीं है.'

'इसका मतलब है कि आपकी दिनचर्या कैसी है. आप सुबह कैसे और कब उठते हैं और अपना दिन कैसे जीते हैं. आयुर्वेदा जिंदगी जीने का बहुत अच्छा तरीका है जिसे हमने भुला दिया है.'